मिड डे मील वर्करों को सरकारी कर्मचारी घोषित करे सरकार: यूनियन

punjabkesari.in Wednesday, Jun 20, 2018 - 04:56 PM (IST)

भिवानी(अशोक भारद्वाज): भिवानी में आज मिड डे मील वर्कर यूनियन ने उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित किए जाने व दस के बजाए पूरे 12 महीने वेतनमान 18 हजार रुपए के हिसाब से दिए जाने की मांग को लेकर शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने उपायुक्त कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगो को पूरा करे अन्यथा 1 जुलाई से पूरे प्रदेश भर में वे किसी भी सरकारी स्कूल में मिड डे मील नही बनाएंगी। उन्होंने कहा कि आज से शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के चंडीगढ स्थित आवास पर उनका अनिश्चितकालीन धरना भी शुरु हो गया है।

जैसे जैसे राजनैतिक पारा चुनावों की आहट से गर्मी पकड़ रहा हेै उसी प्रकार से अब कर्मचारियों की मांगे भी जोर पकडऩे लगी हैं। कर्मचारियों का भी कहना है कि सरकार उनकी मांगे पूरी करे। अपनी मांगो को लेकर आज मिड डे मील वर्कर भी बड़ी सख्यां में एकत्रित हुई। उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी की ओर कहा कि सरकार उनकी मांगो बारे केाई ध्यान नही दे रही है जिस कारण उन्हें आंदोलन करना पड़ रहा है।

यूनियन की नेता नीलम व अन्य ने बताया कि वे सुबह 8 बजे स्कूल लगने के साथ ही स्कूल में जाती है तथा मिड डे मील का राशन तैयार करती है साथ ही बच्चों के झूठे बर्तन तक भी साफ करती है। उन्हेांने कहा कि मिड डे मील वर्कर बर्तन साफ करने के बाद अध्यापकों के भी कार्य करती है। इतना काम करने के बावजूद मात्र अढ़ाई हजार रुपए महीना उन्हें दिया जाता है वह भी केवल दस महीने का।

उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दे साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार उनके वेतनमान भी बढ़ा कर 18 हजार रुपए करे। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो आने वाली 1 जुलाई से प्रदेश भर के स्कूल में मिड डे मील बंद कर देंगी। उन्होंने कहा कि आज से अनिश्चितकालीन धरना भी शिक्षा मंत्री आवास पर जारी कर दिया है जब तक उनकी मांगे पूरी नही होगी धरना यूं ही जारी रहेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static