सरकारी स्कूल प्राईवेट स्कूलों से मुकाबला करने को तैयार, सीबीएसई से मिली मान्यता

punjabkesari.in Friday, Apr 02, 2021 - 09:17 AM (IST)

बहादुरगढ़(प्रवीन धनखड़): बहादुरगढ़ का सरकारी स्कूल प्राईवेट स्कूलों से मुकाबला करने के लिए तैयार हो गया है। शहर का राजकीय सीनियर सैकन्डरी स्कूल अब राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बन गया है। सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद अब स्कूल में अंग्रेजी माध्यम से बच्चों की पढाई करवाई जाएगी। स्कूल में स्मार्ट क्लास भी तैयार करवा दी गई । स्मार्ट बोर्ड और कम्पयूटर के साथ टैब पर भी सरकारी स्कूल में पढ़ाई होगी।  फिलहाल स्कूल में छठी से लेकर बारहवीं तक 1 हजार 36 बच्चे पढ़ रहे हैं । स्कूल प्रबंधन इस संख्या को दो हजार तक बढ़ाने पर काम कर  रहा है।

हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों के गिरते हुए स्तर को उठाने के लिए मॉडल संस्कृति स्कूल का नया फार्मूला निकाला है। हरियाणा शिक्षा बोर्ड की जगह नए मॉडल संस्कृति स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता भी दिलवाई गई है। इन्ही स्कूलों में बहादुरगढ़ का राजकीय सीनियर सैकण्डरी स्कूल भी है। जो अब राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बन गया है। और प्राईवेट स्कूलों से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अब स्कूल में सीबीएसई के पैटर्न पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी वो भी टैब और कम्पयूटर से। मान्यता मिलने के साथ ही स्कूल में दो स्मार्ट क्लास भी तैयार कर दी गई है। फिलहाल स्कूल में हिन्दी माध्यम से एक हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम से सीबीएसई पैटर्न पर पढने वाले सभी छात्रों को परीक्षा के दौर से गुजरना पड़ सकता है।

संस्कृति मॉडल स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को मासिक फीस और एक बार एडमिशन फीस भी देनी पड़ेगी। छठी से आठवीं कक्षा के छात्रो के लिए मासिक फीस 300 रूप्ए , नौंवी से दसवीं के छात्रों के लिए 400 रूप्ए और 11वीं व 12वीं के छात्रों को 500 रूप्ए मासिक फीस देनी होगी। एडमिशन फीस एक हजार रूप्ए तय की गई है। छात्रों से वसूली जाने वाली फीस स्कूल इन्फ्रा और सुविधाओं पर ही खर्च होनी है फिलहाल स्कूल प्रबंधन प्राईवेट स्कूलों मंे पढ़ने वाले छात्रों को अपने संस्कृति मॉडल स्कूल में लाने की योजना पर काम कर रहे है। मॉडल संस्कृति स्कूलों को एड होंगे और लड़के व लड़कियां एक साथ पढ़ाई करेंगे।

 


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Content Writer

Isha

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