निगमों की एडवर्टाइजमेंट पॉलिसी ना बनने से ज्ञानचन्द गुप्ता खफा, मुख्य सचिव से मांगी जवाबदेही

punjabkesari.in Thursday, May 05, 2022 - 03:25 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : वर्ष 2018 से निष्क्रिय हुई प्रदेश के विभिन्न नगर निगमों की एडवर्टाइजमेंट पॉलिसी आज तक नहीं बन पाई है। लगातार पॉलिसी फ्रेम होने के बाद रद्द कर दिए जाने के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए गुप्ता ने अर्बन लोकल बॉडीज के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता से जवाबदेही मांगी है। सैकड़ों करोड रुपए के पब्लिक एक्सचेकर के लॉस पर गुप्ता ने जल्द पब्लिक अकाउंट्स कमिटी के चेयरमैन से बात करने की बात कही है कि आखिर इतनी देरी क्यों हुई और इससे कितना बड़ा नुकसान हुआ है।

गुप्ता ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि पीएसी अगर चाहेगी तो इसे वह लुकाफ्टर कर सकती है। अभी तक मिली जानकारियों के अनुसार यह कई करोड़ों का नुकसान है। जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। पब्लिक एक्सचेकर का नुकसान कहां- कहां हुआ और कहां-कहां भ्रष्टाचार नजर आ रहा है, इसी जांच और देखभाल के लिए कमेटी का गठन किया जाता है। हर कमेटी अपने विषय और क्षेत्र के मामले में बाहर फील्ड में जाए और जिला- प्रदेश लेवल के कार्यालयों में कैसे कार्यशैली में सुधार किया जा सकता है, यह काम भी कमेटी का रहता है ताकि जनता के गाढ़े पसीने की कमाई वेस्ट ना हो और पैसे का सही सदुपयोग हो।

इस मौके पर गुप्ता ने बताया कि पंजाब से विधानसभा का अपना 13 फ़ीसदी का हिस्सा लेने बारे वह जल्द पंजाब की नवनियुक्त विधानसभा स्पीकर से मिलेंगे और विषय की गंभीरता को समझाते हुए अपना शेयर की डिमांड करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले भी प्रयास काफी नजदीक पहुंच गए थे। इस विषय पर पंजाब के राज्यपाल (चंडीगढ़ के प्रशासक) से भी मुलाकात करके बातचीत हुई थी और तीन बार अधिकारियों के साथ बैठकें भी हुई हमने सबूत के तौर पर सभी डाक्यूमेंट्स भी दे दिए थे। लेकिन चुनाव हो जाने के बाद सरकार बदली और यह कार्य फिर से थोड़ी देरी में पहुंच गया। अब फिर से यह प्रयास शुरू करेंगे।

हाल ही में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष के बाद मुख्यतः कांग्रेस पार्टी द्वारा  बीजेपी के वर्तमान गढ़ जीटी रोड बेल्ट क्षेत्र में एक बड़े रोड शो और कुछ दिन बाद केजरीवाल के रोड शो पर टिप्पणी करते हुए गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र में हर पार्टी को प्रचार-प्रसार करने का अधिकार है। कांग्रेस ने भी रोड शो किया है। केजरीवाल भी करेगा। लेकिन यह मात्र क्षणिक है। भारतीय जनता पार्टी ने वर्षों से इस क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य किए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ लगातार कार्यकर्ताओं के माध्यम से जनसंपर्क कार्यक्रम करते रहते हैं।

प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी जगह-जगह विकास कार्यों को लेकर रैलिया कर रहे हैं। इसलिए इनके इन रोड शो और बैठकों से कोई अंतर खास पड़ने वाला नहीं है और कांग्रेस के रोड शो में पार्टी के 5 गुट बने साफ तौर पर दिखाई दिए। कुलदीप बिश्नोई, किरण चौधरी, अजय यादव और रणदीप सुरजेवाला सभी बड़े लीडर अपने-अपने गुट के साथ कोई नजर नहीं आया। इसमें कांग्रेस इज ए डिवाइडेड हाउस साफ नजर आया। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति से हुड्डा की और मजबूती पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हुड्डा के पास कांग्रेस की हमेशा ताकत रही है। वह आज सीएलपी के लीडर हैं और ज्यादातर विधायक भी उनके साथ हैं। लेकिन कांग्रेस द्वारा लगाए गए 4 स्पीड ब्रेकर उनका कहां तक साथ देंगे यह देखने वाली बात रहेगी।

हरियाणा में आम आदमी पार्टी के बढ़ते प्रभाव पर गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में यह कहीं नहीं है। हरियाणा और पंजाब की परिस्थितियों में दिन रात का फर्क है। 15 वर्ष से आम आदमी पार्टी पंजाब में काम कर रही थी। पहले 4 सांसद, फिर 18-20 विधायक बनाए और पंजाब में भी हरियाणा की तरह कांग्रेस बटी हुई थी। लोगों का कांग्रेस पर से विश्वास उठ चुका था। शिरोमणि अकाली दल से भी लोगों ने किनारा कर लिया है। आम आदमी पार्टी ने वेक्यूम को भरने का काम किया। लेकिन अब "आप" द्वारा दिखाए गए सब्जबाग आज कहीं नजर नहीं आ रहे। जनता ढूंढ रही है कि सैलरी कहां से मिलेगी और रिवेन्यू कहां से आएगा। महिलाएं 1000 रुपए मिलने के इंतजार में है। एक से डेढ़ महीने के अंदर स्थितियां साफ हो चुकी हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री हमारे मुख्यमंत्री को बजट मामले में फॉलो कर रहे हैं। जन- जन तक जाकर सबके राय मशवरा के साथ बजट बनाने की शुरुआत हरियाणा ने की और एक बेहतर बजट पेश किया। इनका बजट कैसा होगा, राशि कितनी होगी, यह देखने वाली बात रहेगी। उन्होंने एक विधायक एक पेंशन मामले पर कहा कि मात्र पापुलैरिटी बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम ज्यादा देर तक नहीं टिकते।

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Content Writer

Manisha rana

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