बारिश व ड्रेन की सफाई न होने से फसल हुई बर्बाद, भरा साढ़े चार फुट तक पानी
punjabkesari.in Friday, Sep 28, 2018 - 11:07 AM (IST)
हिसार(विनोद सैनी): हिसार जिले के हांसी गांव कुम्भा सहित कुलाना, शेखपुरा, जमावडी, गंगन खेडी, भाटौल, जीतपुरा, खरकडा आदि गावो में कई कई फुट पानी भर गया है। जिसके कारण किसानो की फसलों को काफी नुक्सान हो गया है। किसानों का कहना है कि बरसात के पानी से फसलों को काफी नुक्सान हुआ है। किसानों की मांग है कि उन्हे खराब हुई फसलों का उचित मुआवजा दिया जाना चहिए।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार व प्रशासन को पानी निकासी के उचित प्रबंध करने चाहिए थे। बरसात के कारण खेतों में चार से साढे फुट तक पानी चढ गया है जिससे सारी फसल तबाह हो गई है। उन्होंने बताया कि मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी दिया गया है। इसी बीच कांग्रेसी नेता व टेक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व सदस्य हरपाल बूरा ने मौके निरीक्षण किया और किसानों से मिले। उन्होंने भी सरकार से मांग कि है हरियाणा सरकार से तुंरत प्रभाव से सीधे तौर पर मुआवजा मिलना चाहिए।
कांग्रेसी नेता व टेक्स टिब्यूनल के पूर्व सदस्य हरपाल बूरा ने हांसी हलके गांव में पिछले चार पांच दिन से लगातार भारी वर्षा की आफत फसलों के नुक्सान का निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों ने जल से भरे खेतों को दिखाया कि कपास, जीरी, बाजरा की फसले तबाह हो गई है। हाल ही में राजस्व विभाग ने सभी उपायुक्तों को पहले से चल रही गिरदावरी की प्रकिया में ही मौजूद नुक्सान का आकलन करने के निर्देश दिए है हम सरकार से मांग करते है गांव या ब्लाक को ईकाई न मान कर एकड ईकाई को माना जाए ताकि किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिल सके।
गिदावरी की औपचारिकता कार्यालयों में बैठ कर पूरी ना हो पंचायत या गांव में जिम्मेदार लोगों की कमेटी को साथ लेकर नुक्सान की रिपोर्ट तैयार करें। हरपाल बूरा ने कहा कि किसान के कर्ज पर एक साल का ब्याज माफ करना चाहिए ताकि किसान अगली फसल को उगा सके। कुम्भा के सरपंच दशरत ने कहा कि बरसात के पानी से फसले बर्बाद हो गई है इसके समाधान के लिए प्रशासन से मिले थे परतु पानी खेतों में खडा है। बरसात की मार झेल किसान संदीप ने बताया कि इस बरसात के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है। किसान सत्यवान ने कहा कि बरसात के कारण बर्बादी के कगार पर पहुच गए है इसलिए उन्हे मुआवजा मिलना चाहिए।