23 फरवरी को पेश किया जाएगा हरियाणा का बजट, विस अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने दी जानकारी

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2023 - 01:38 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होगा और 23 फरवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल विधानसभा में बजट पेश करेंगे। विस अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के नेतृत्व में विधानसभा में हुए कई बदलावों के बाद इस बार एक नया और बेहतर बदलाव विधानसभा सत्र के दौरान देखने को मिलेगा। दरअसल विधानसभा की ऑफिशियल हर प्रकार की वर्किंग (सदन की कार्यवाही) पूरी तरह से मातृभाषा हिंदी में होगी। चाहे वह प्रश्न हो, उत्तर हो, प्रस्ताव हो, सरकारी कामकाज हो या विधानसभा के अंदर का कोई भी कार्य, इसमें हिंदी का पहली बार इस्तेमाल करने का एक नया प्रयोग विधानसभा में देखने को मिलेगा। इस बारे जानकारी देते हुए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि 20 फरवरी को शुरू होने वाले बजट सत्र को लेकर पूरी तरह से तैयारियां मुकम्मल की जा चुकी है। 20 तारीख को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद उसी दिन उस पर परिचर्चा होगी जो कि 20-21 और 22 तारीख तक चलेगी। 23 फरवरी को हरियाणा के वित्त मंत्री के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री सदन में बजट पेश करेंगे। 

 

ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि बजट पेश करने के तुरंत बाद बजट की पूरी समीक्षा और बारीकियों को समझने के लिए ताकि बजट को और बेहतर किया जा सके, उनमें विधायकों की रूचि अनुसार प्रावधान किया जा सके, किन किन पहलुओं- कार्यों पर बजट में कटौती या बढ़ोतरी की जानी चाहिए, उसे देखने के लिए एक अवकाश रूपी समय दिया जाएगा। इसके बाद बजट पर चर्चा के लिए फिर से यह सत्र 16 मार्च से शुरू होगा। गुप्ता के अनुसार अभी तक की परिस्थितियों के अनुसार 16 तारीख को शुरू हुआ बजट सत्र 21 तारीख तक चलने की संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि बीएससी फाइनल डिसीजन कमेटी ही हालांकि इस पर अपना फाइनल डिसीजन करेगी कि बजट सत्र में समय घटाया जाना है या बढ़ाया जाना है यानी इस बार लोकसभा की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा सत्र में भी इस प्रकार का अवकाश पीरियड देखा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य विधायक बजट की परिचर्चा में अच्छे ढंग से हिस्सा ले सके, बजट के प्रोविजन बजट में बारीकियां क्या क्या है और क्या प्रावधान किया जाना प्रदेश के लिए अधिक बेहतर हो सकते हैं, इन बातों का विधायकों को पता होगा। वह विस्तृत से इसे जान सकेंगे इसलिए यह अवकाश पीरियड दिया गया है ताकि वह अच्छे ढंग से इसमें भाग ले सकें।

 

गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का हमेशा से यही मत रहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों से चर्चा-परिचर्चा करके बजट तैयार हो ताकि जनता और प्रदेश की बेहतरी के लिए वह साबित हो सके। सभी विधायक देख समझकर अपनी राय रखेंगे तो मुख्यमंत्री भी निश्चित तौर पर मानने योग्य प्रावधान लेकर आएंगे। उन्होंने बताया कि पिछली बार विधायकों की रुचि अनुसार प्रदेश में अलग-अलग विषयों को लेकर आठ स्टैंडिंग कमेटियां बनाकर ई गई उन्हें अजस्ट किया गया था। इस बार भी आठ कमेटियां ही बनाए जाने की उम्मीद है।

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Gourav Chouhan

Recommended News

Related News

static