मुफ्त वेतन ले रहे कंडक्टरों-ड्राइवरों पर शिकंजा

punjabkesari.in Thursday, Mar 07, 2019 - 04:47 PM (IST)

फरीदाबाद (महावीर गोयल): परिवहन विभाग ने मुफ्त सैलरी ले रहे कंडक्टरों व ड्राइवरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। रोडवेज विभाग ने सभी डिपो प्रबंधकों से अतिरिक्त ड्राइवर-कंडक्टरों की सूची मांगी है। विभाग ने प्रदेश के सभी डिपो से ड्राइवरों व कंडक्टरों का ओवरटाइम खत्म करने के लिए योजना तैयार की है। मुफ्त सैलरी ले रहे अतिरिक्त कंडक्टरों और ड्राइवरों को अब दूसरे डिपो में भेजने की तैयारी की जा रही है।

दरअसल, वर्ष 2018 में हरियाणा रोडवेज में पिछले काफी समय से चालकों की कमी चली आ रही थी। इसके लिए कर्मचारी यूनियन भी लगातार खाली पदों पर भर्ती करने की मांग कर रहे थे। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने वर्ष 2018 में चालकों की भर्ती की। उस वक्त हरियाणा रोडवेज के फरीदाबाद डिपो में 70 चालकों के पद रिक्त थे परंतु सरकार ने 244 चालक भेज दिए।  रिक्त पदों से अधिक चालक आने से अधिकारी उनके कार्यभार सौंपने को लेकर परेशान थे वहीं उनके वेतन को लेकर भी चिंता बनी हुई थी।

ऐसे में हरियाणा रोडवेज के सभी डिपो से ओवरटाइम खत्म करने की योजना तैयार कर उस पर काम करना शुरु कर दिया है। ऐसे में जिन डिपो में कंडक्टर-ड्राइवरों की कमी के कारण ओवरटाइम बढ़ रहा था अब उन डिपो में कंडक्टर व ड्राइवर का ओवरटाइम खत्म हो जाएगा। इतना ही नहीं इन डिपो में कंडक्टर-ड्राइवरों की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। फरीदाबाद डिपो की यदि बात करें तो यहां सर्वाधिक अतिरिक्त ड्राइवर हैं। इनकी संख्या 240 है। ऐसे में इन अतिरिक्त ड्राइवरों को अन्य डिपो में ट्रांसफर किया जा रहा है। 

परिवहन विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों में जिला परिवहन विभाग को आदेश जारी किए हैं कि वे अतिरिक्त ड्राइवरों व बस कंडक्टरों की सूची तैयार करें तथा उन्हें दूसरे डिपो में भेजें। ऐसे में डिपो प्रबंधन को संख्या अनुसार कंडक्टर व ड्राइवरों को रिलीव करना होा तथा चयनित किए गए डिपो में भेजने होंगे। ऐसे में जिन डिपो पर ड्राइवरों व कंडक्टरों की कमी थी, उन को अब कोई परेशानी नहीं आएगी। ऐसे में जहां ड्राइवरों व कंडक्टरों का ओवरटाइम खत्म होगा वहीं परिवहन विभाग के राजस्व में वृद्धि होगी। इसके लिए प्रदेश के 730 ड्राइवर-कंडक्टर एक-दूसरे डिपो में डेपुटेशन पर जाएंगे। 

फरीदाबाद डिपो के सबसे ज्यादा 282 कंडक्टर-ड्राइवर दूसरे जिलों में अपनी सेवाएं देंगे। इसके लिए विभाग ने इच्छुक व जूनियर कर्मचारियों को प्राथमिकता दी है। यदि फिर भी कर्मचारी जाने को तैयार नहीं हुए तो जूनियर कर्मचारियों की सूची बनाकर उनको रिलीव कर भेजा जाएगा। इन ड्राइवर-कंडक्टरों का वेतन मूल डिपो को ही देना होगा।

आने वाले दिनों में यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल ड्राइवर-कंडक्टरों के बाहरी जिलों में डेपुटेशन पर जाने पर रोडवेज डिपो को भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, जिला रोडवेज विभाग ने परिवाहन विभाग को नई बसों की डिमांड भेजी हुई है। ऐसे में यदि नई बसें आ गईं तो उनके लिए ड्राइवरों व कंडक्टरों की जरूरत होगी और ऐसे में रिलीव होने वाले ड्राइवरों को वापिस लाना काफी कठिन होगा। जो बसें नई आएंगी उन्हें चलाना रोडवेज विभाग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा और नई बसों के आने के बावजूद भी यात्री उनका लाभ नहीं उठा सकेंगे। 


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Shivam

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