आधार कार्ड नहीं बन पाया तो स्कूल से काट दिया बच्चे का नाम, पिता चिंतित

punjabkesari.in Tuesday, Dec 19, 2017 - 04:10 PM (IST)

समालखा (राकेश): आधार कार्ड यानी जीवन का आधार, लेकिन इसको पाने के लिए लोग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कोर्ट द्वारा इसे सरकारी कार्यों में जरूरी न बताए जाने के बावजूद भी कई विभाग द्वारा आधार कार्ड की मांग की जा रही है। शास्त्री कॉलोनी वासी एक बच्चे का पिता आधार कार्ड पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन आज तक कार्ड न बनने से भापरा के सरकारी स्कूल में भी बच्चे का नाम ही काट दिया। जिसको लेकर बच्चे का पिता चिंतित है। 

जानकारी के अनुसार शास्त्री कॉलोनी वासी सत्तार ने बताया कि भापरा के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में उसने अपने 7 वर्षीय बच्चे नासीर का दूसरी कक्षा में दाखिला करवाया था, लेकिन आधार कार्ड न बनने के कारण कुछ दिन बाद ही स्कूल इंचार्ज ने बच्चे का नाम काट दिया। जिसको लेकर वह कई बार स्कूल के इंचार्ज से मिलकर बच्चों का दोबारा से एडमिशन कराने की गुहार लगा चुका है, लेकिन इंचार्ज ने अपनी मजबूरी बताते हुए एडमिशन करने से मना कर रहा है। उसने बताया कि बच्चे की आयु 5 वर्ष से अधिक होने के कारण आधार बनवाने के लिए फिंगर प्रिंट अनिवार्य है, लेकिन कई बार आधार कार्ड बनाते समय बच्चे के फिंगर प्रिंट नहीं आ रहे। इसी के चलते उसका आधार नहीं बन रहा। बिना आधार कार्ड के बच्चे का एडमिशन नहीं दिया जा रहा। उसने बताया कि एडमिशन न होने से बच्चे का भविष्य अधर में लटक गया है।

इस संबंध में स्कूल इंचार्ज सुरेश गौतम ने बताया कि एनरोल स्लिप पर भी एडमिशन हो जाता है। इसके कुछ बाद आधार कार्ड देना जरूरी है। विभाग के आदेश के मुताबिक वे भी मजबूर हैं। वहीं इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी समालखा बृजमोहन गोयल ने बताया कि सरकार की हिदायत के अनुसार स्कूल में बच्चे के एडमिशन के लिए आधार कार्ड होना जरूरी है।


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