पश्चिमी विक्षोभ के चलते बदल रहा मौसम, हल्की बूंदाबांदी से मौसम हुआ सुहावना

punjabkesari.in Sunday, Mar 03, 2019 - 06:17 PM (IST)

करनाल (सरोए): पश्चिमी विक्षोभ मध्य सागर में उत्पन्न होते हैं और वहां से ईराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान से होते हुए भारत में प्रवेश करती है, जो अमूमन हर माह 5-6 ही आते थे लेकिन इस बार इनकी संख्या ज्यादा है जिसके चलते लगातार मौसम बदल रहा है और बरसात हो रही है। ज्यादातर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर की दिशा में बढ़कर पहाड़ों की तरफ बढ़ते हैं लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पूर्व की दिशा की तरफ बढ़ रहे हैं, जिस कारण मैदानी इलाकों में असर देखने को मिल रहा है अर्थात बरसात हो रही है। वहीं हल्की बूंदाबादी होने से मौसम सुहावना हो गया, हल्की ठंड लोगों को सुकून दे रही है। 

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अभी 2 से 3 दिनों में हल्की बरसात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता, 4 मार्च को मौसम खुलने की संभावना है। मौसम में ठंडक बढ़ेगी, 3 से 4 डिग्री सैल्यिसस तक तापमान में गिरावट आ सकती है। फिलहाल हल्की बरसातें फसलों के लिए वरदान बन रही हैं अगर तेज हवाओं के साथ तेज बरसात होती तो फसलों पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को न्यूनतम तापमान  11.2 तो अधिकतम तापमान 21.0 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। इसी प्रकार वाष्पीकरण 1.9, हवा की गति एवरेज 5.0 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार दर्ज की गई। जबकि 0.0 एम.एम बरसात रिकार्ड की गई। आद्र्रता 100 प्रतिशत तो वाष्प दाब पारा 10.5 रहा।  उन्होंने कहा कि जनवरी से लेकर अब तक 97.9 एम.एम बरसात दर्ज की जा चुकी हैं। 

1.70 लाख हैक्टेयर में लगी है गेहूं की फसल
कृषि अधिकारियों के अनुसार इस बार जिले में करीब 1 लाख 70 हजार हैक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल लगी है। मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल रहने के कारण अच्छी पैदावार की संभावना जताई जा रही है। हल्की बरसात गेहूं की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है, कई बीमारियां हल्की बरसात से खत्म हो रही है। उधर किसानों को ङ्क्षचता है कि मौसम में और बदलाव आता है तो उनके लिए मुसीबत खड़ी हो जाएगी। 


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Shivam

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