जनस्वास्थ्य विभाग से 10 गुना HSVP के पेयजल सर्विस रेट,11 सैक्टरों के उपभोक्ता पी रहे महंगा पानी

punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2019 - 11:33 AM (IST)

हिसार (ब्यूरो) : वर्तमान में शहर की पेयजल व्यवस्था जनस्वास्थ्य विभाग अन्तर्गत नगर निगम व एच.एस.वी.पी. द्वारा की जा रही है। परन्तु दोनों विभागों के पेयजल आपूर्ति के रेटों में काफी अंतर है। नगर निगम क्षेत्र में जनस्वास्थ्य विभाग की सेवाओं के मुकाबले एच.एस.वी.पी. के 10 गुणा ज्यादा रेट हैं। सरकार द्वारा वर्ष 2016 में शहर के सभी विकसित सैक्टरों को निगम में शामिल कर दिया गया। निगम में मर्ज होने के 3 साल बाद भी इन 11 सैक्टरों के लगभग 38 हजार उपभोक्ता एच.एस.वी.पी. द्वारा भेजे गए महंगे बिल भरने को विवश हैं।

जिसको लेकर सैक्टरवासियों में रोष है। सैक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने बताया कि सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय के तहत वर्ष 2016 में प्रदेश के सभी विकसित सैक्टरों को एच.एस.वी.पी. से हटाकर नगर निगम में शामिल करने का निर्णय लिया। इसके तहत हिसार के 11 बड़े सैक्टरों की सम्पूर्ण व्यवस्था सीधे निगम के पास चली गई। जिसके बाद सैक्टरों की रोड, पार्क ,सफाई स्ट्रीट लाइट सहित प्रकार के विकास कार्यों का जिम्मा नगर निगम सम्भाल रहा है। लेकिन इसमें पेयजल आपूर्ति व सीवरेज की जिम्मेदारी अब भी एच.एस.वी.पी. के पास है। 

वत्स ने कहा कि निगम के अन्तर्गत आने वाले सभी सैक्टरों में एच.एस.वी.पी. द्वारा हजारों परिवारों को 10 गुना ज्यादा रेट के पानी बिल दिए जा रहे हैं। जितना बिल अन्य क्षेत्रों के लोग साल में भरते हैं उतना एच.एस.वी.पी. उपभोक्ताओं से 2 महीने में चार्ज कर लेता है।

उन्होंने कहा कि जब निगम को सैक्टरों की सारी जिम्मेदारी सौंप दी गई हैं तो पेयजल आपूर्ति व सीवरेज व्यवस्था को इससे बाहर रखने का कोई औचित्य नहीं है। पेयजल व सीवरेज व्यवस्था भी निगम को देनी चाहिए। वत्स ने कहा कि एसोसिएशन की ओर से सी.एम. को इस व्यवस्था को ठीक करने का अनुरोध भेजा जाएगा। 


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Isha

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