मुख्यमंत्री वास्तव में ईमानदार हैं तो रेगुलर भर्तियां करें : दौलतपुरिया

punjabkesari.in Thursday, Jul 05, 2018 - 11:39 AM (IST)

पंचकूला(धरणी): इनेलो विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने चंडीगढ़ में प्रदेश कार्यालय में बीजेपी सरकार पर हमला बोलत्ते हुए कहा कि आज गुजरात की बहुत सी कम्पनियां हैं जो आर.एस.एस. के लोगो से संबंधित हैं उनको ठेका देने का काम किया है। माननीय हाईकोर्ट ने भी कहा है कि आप यह ठेका प्रथा बंद करें और आप परमानेंट भर्ती करें। अगर मुख्यमंत्री वास्तव में ईमानदार है, बेरोजगार युवाओं के प्रति निष्ठा है तो वह रैगुलर भर्ती करें न कि ठेका प्रथा से भर्ती कर उनका भविष्य खराब किया जाए। 

दौलतपुरिया ने मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन के एस.वाई.एल. के मुद्दे पर इनेलो के योगदान को सार्वजनिक करने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राजीव जैन को बताना चाहता हूं कि 1977 में देवीलाल ने सबसे पहले पंजाब सरकार को करोड़ो रुपए देकर भूमि अधिकरण का काम किया था उसके बाद यह मामला कोर्ट में चलता रहा और जब भी इनैलो की सरकार आई तब अच्छे तरीके से पैरवी करने का काम किया। उसी का परिणाम था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2002 में यह फैसला हरियाणा के हक में दिया लेकिन दुर्भाग्य से उस समय केंद्र और पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी। पंजाब सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर नदी जल समझौते को निरस्त करने का काम किया।

 अगर सरकार ईमानदार है तो  एस.वाई.एल. के ऊपर कोर्ट के फैसले को लागू करवाने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने के तरीके होते हैं। हमारे जेल भरो आन्दोलन के तहत सरकार के पास जेलों के अंदर डालने के लिए जगह नहीं है, कोई व्यवस्था नहीं है इसलिए जहां से अरैस्ट करते हैं वहां ही छोड़ देते हैं। वहीं सरकार पैंशन के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे बुजुर्गों के साथ अन्याय कर रही है। देवीलाल ने बुजुर्गों का सम्मान बढ़ाने के लिए पैंशन योजना लागू की थी लेकिन बीजेपी सरकार जब से आई है तब से बुजुर्गों को पैंशन लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं, अपमानित होना पड़ता है।  

दौलतपुरिया ने सरकार से मांग की कि सरकार को ऐसी स्कीम लागू करनी चाहिए कि गांव का पटवारी या सरपंच बुजुर्गों को उनके घर पर पैंशन देकर आए, उनका सम्मान बढ़ाएं। प्रदेश में  इनेलो-बसपा की सरकार बनने पर इनेलो पैंशन बढ़ाकर 2500 रुपए देने का काम करेगी। 


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Deepak Paul

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