रेप मामले में महिला थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध, लाइनहाजिर

punjabkesari.in Sunday, Apr 15, 2018 - 10:49 AM (IST)

सिरसा(ब्यूरो): गांव आनंदगढ़ में विवाहिता से सुहागरात के दिन दुष्कर्म मामले में तत्कालीन महिला थाना प्रभारी सुशील बाला की भूमिका संदिग्ध होने के चलते उसे शुक्रवार रात्रि लाइनहाजिर कर दिया। उल्लेखनीय है कि महिला थाने ने गांव आनंदगढ़ निवासी एक विवाहिता की शिकायत पर उसके चाचा ससुर व ननदोई के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया था। महिला ने बताया था कि सुहागरात को उसका चाचा ससुर और ननदोई उसके पति को लेकर कक्ष में आए। 

पति नशे में चूर था और चाचा ससुर ने उसके साथ दुष्कर्म किया जबकि ननदोई ने उसका मुंह बंद रखा। मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से मामले को झूठा बताया गया। आनंदगढ़ की पंचायत और ग्रामीणों ने दुष्कर्म के आरोपों को खारिज किया और इसे झूठा बताया। जांच ए.एस.पी. नरेंद्र बिजराणियां को सौंपी गई। बताया जाता है कि मामले में ए.एस.पी. ने दोनों पक्षों की पंचायत बुलाई और महिला थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर उसे लाइनहाजिर करने का निर्णय लिया।

अपने चाचा ससुर और ननदोई पर दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाने वाली विवाहिता ने शादी के पहले ही दिन महिला थाना में मायका पक्ष पर उसकी मर्जी के खिलाफ शादी करवाने का आरोप लगाया था। ए.एस.पी. नरेंद्र बिजारणियां ने बताया कि एस.पी. के आदेश पर महिला थाना प्रभारी को लाइनहाजिर किया गया है।
 


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Deepak Paul

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