1970 में जिस पाठशाला से तालीम ली, आज उसी को किया डिजीटल

punjabkesari.in Friday, Nov 25, 2016 - 01:34 PM (IST)

सिरसा: 4 दशक पूर्व जिस पाठशाला से तालीम ग्रहण की उसी को डिजीटल करने वाले एक रिटायर्ड कमिश्नर ने लोगों को सोच बदलने के लिए मजबूर कर दिया है। दरअसल, 1970 में गांव मिठड़ी से मिडल तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले हरभजन सिंह ने नई पीढ़ी को डिजीटलाइजेशन से जोडऩे के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में डिजीटल कम्प्यूटर लैब तैयार करवा दी है। विद्यालय में आज जिले की उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने डिजीटल कम्प्यूटर लैब का उद्घाटन किया। तत्पश्चात उपायुक्त ने दिव्यांगों को कृत्रिम अंग व अन्य सहायक उपकरण वितरित किए। इस अवसर पर उपायुक्त ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह देन रिटायर्ड कमिश्नर हरभजन सिंह की है। उन्होंने बताया कि जिले का यह पहला गांव है जहां डिजीटल कम्प्यूटर लैब स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े स्तर पर कैम्प लगाया गया है यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा दिल्ली में रहते हुए भी हरभजन सिंह ने अपने गांव को डिजीटल बनाने का बहुत ही सराहनीय प्रयास किया है। 

हरभजन सिंह ने इसी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर अपने गांव, जिला व प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि डिजीटल लैब स्थापित करने के पीछे इनकी सोच शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने की है जिससे ग्रामीणों को डिजीटल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि गांव के विकास के लिए जो कुछ भी हो सका जिला प्रशासन उसके लिए हमेशा तैयार है। इस डिजीटल लैब की स्थापना में क्लब के सदस्य व ग्राम पंचायत का भी बहुत सहयोग रहा है। गांव में ग्राम सचिवालय का निर्माण भी करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के अन्य गांवों में भी इसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास करें।

इसी विद्यालय में पढ़े रिटायर्ड कमिश्नर
इस दौरान रिटायर्ड कमिश्नर हरभजन ने कहा कि वे जिस गांव में पैदा हुए हैं उस गांव का चौतरफा विकास करवा सकें यही उनकी तमन्ना है। उन्होंने कहा कि वे 1970 में 8वीं कक्षा इसी गांव से पास की थी। गत अगस्त माह में जब उन्होंने गांव का दौरा किया तो उस समय गांव के स्कूल की स्थिति सुविधाजनक नहीं थी, उसी क्षण उन्होंने स्कूल की स्थिति सुधारने का निर्णय लिया व बच्चों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाने की ठानी। इसलिए स्वयं दिल्ली से 15 कम्प्यूटर लेकर आए। उन्होंने सुझाव देते कहा कि सबसे पहले प्राइमरी स्कूल में स्मार्ट कक्षाएं शुरू करवानी चाहिएं। उन्होंने इस कार्यक्रम को शुरू करने में युवाओं व आमजन के उत्साह की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि उपायुक्त ने 25 लाख रुपए स्कूल के भवन निर्माण के लिए मंजूर किए हैं। 

उन्होंने युवाओं से कहा कि वे नशे से दूर रहें। इस अवसर पर उपमंडल अधिकारी ना. संगीता तेत्रवाल, नगराधीश डा. वेद प्रकार बैनीवाल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी प्रीतपाल सिंह, सिविल सर्जन डा. सूरजभान कम्बोज, जिला शिक्षा अधिकारी मधु मित्तल, जी.एम. बी.एस.एन.एल. हिसार राकेश कुमार, बी.डी.पी.ओ. बड़ागुढ़ा रेणु सिंह, जगीर सिंह मिठड़ी, बी.एस. रत्न, एम.एस. सुरवीर सिंह, सरपंच मिठड़ी गुरपाल सिंह, रिछपाल गोदारा व क्लब के प्रधान कुलदीप सिंह, उप प्रधान जतिन्द्र सिंह सहित सदस्य, स्कूल स्टाफ व ग्रामीण उपस्थित थे।


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