भारत के स्वतंत्रता संग्राम की शुरूआत भी हरियाणा से अम्बाला छावनी में हुई थी: अनिल विज
punjabkesari.in Sunday, Feb 27, 2022 - 07:08 PM (IST)

चण्डीगढ (चन्द्रशेखर धरणी): हरियाणा के सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृखंला में 1857 का संग्राम - हरियाणा के वीरों के नाम नाटक मंचन का कार्यक्रम बीपीएस प्लेनेटोरियम अम्बाला छावनी में किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने दीपशिखा प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा के सपूत देश के लिए कुर्बानी देने में हमेशा आगे रहे हैं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम की शुरूआत भी हरियाणा से अम्बाला छावनी में सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से हुई थी। प्रदेश के स्वतंत्रता संग्रामियों के बलिदान और शौर्य गाथाओं को अमर रखने के लिए अम्बाला छावनी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का शहीद स्मारक बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी श्रृखंला में हरियाणा के वीरों के नाम नाटक का मंचन यहां किया गया है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासकों ने भी इतिहास को अपने हिसाब से लिखा और उनके द्वारा किए गये अत्याचार का वर्णन कहीं नहीं आने दिया।आजादी की पहली लड़ाई में जिन अनसंग हीरो ने अपना बलिदान दिया, उनकी याद में तराने गाए जाने थे वे नहीं गाए गये। आजादी की लड़ाई इसी धरती से शुरू हुई थी, यह बात शोध और इतिहासकारों द्वारा उपलब्ध करवाए गये तथ्यों से साफ हो चुकी है। कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के.सी. यादव ने तथ्यों और शोध के द्वारा यह साबित किया है कि 10 मई 1857 को आजादी की पहली लड़ाई मेरठ से 9 घंटे पहले अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी जिसमें हरियाणा का विशेष योगदान था और यह लड़ाई हरियाणा के कण-कण में लड़ी गई। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में जो भी क्रांतिकारी व लोग एक कदम भी चले हैं, ऐसे सभी जाने अनजाने वीरों के बलिदान के आगे वे नतमस्तक हैं। ऐसे हीरोज को सामने लाना बेहद जरूरी है।
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने नाटक के कलाकारों द्वारा 1857 का संग्राम हरियाणा के वीरों के नाम जो नाटक की प्रस्तुति दी उसकी जमकर सराहना की और कहा कि कलाकारों ने जो प्रस्तुति दी है उसमें 1857 का संग्राम की क्रांति को दर्शाने का काम किया और कलाकरों ने ऐसी बेहतर प्रस्तुति दी है कि मानो सारा साराशं जीवन्त हो गया हो। उन्होनें कहा कि अम्बाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर करोड़ों रूपए की लागत से अन्तर्राष्टड्ढ्रीय स्तर का शहीदी स्मारक बनाने का कार्य किया जा रहा हैं। इस स्मारक को बनाए जाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि आजादी के महायज्ञ में जिन अनसंग वीरों ने अपना बलिदान दिया था, उनकों दुनिया के सामने लाया जा सकें। स्मारक में आजादी की लड़ाई को भी प्रदर्शित किया जाएगा, इसे तीन चरणों में विभाजित किया गया हैं। कार्यक्रम में सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा0 कुलदीप सैनी ने मंच संचालन करते हुए गृहमंत्री अनिल विज का स्वागत करते हुए हरियाणा के वीरों के नाम नाटक मंचन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।