दिल का दर्द जुबां पर: सम्मान में कमी छोड़ते नहीं, काम कोई करते नहीं!
punjabkesari.in Friday, Jul 31, 2020 - 09:43 PM (IST)
डेस्क: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ संघ में काम कर चुके और भारतीय जनता पार्टी में उनसे पूर्व संगठन मंत्री रह चुके जगदीश मित्तल का कुछ लोगों के साथ आमना-सामना हो गया। चर्चा चल पड़ी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली की, संगठन के लिए एक साथ काम करते रहे हैं तो पुरानी यादें ताजा होने के साथ वर्तमान कार्यप्रणाली पर भी बात होने लगी।
मनोहर लाल और जगदीश मित्तल संघ से भाजपा में भेजे गए ऐसे संगठन मंत्री रहे हैं जिनकी पृष्ठभूमि हरियाणा से रही है, वैसे इस पृष्ठभूमि के डॉक्टर मंगल सेन के दौर में अमरनाथ शास्त्री भी महामंत्री ( संगठन ) रहे हैं, परंतु वह संघ के प्रचारक नहीं थे। जगाधरी के मूल निवासी जगदीश मित्तल आजकल दिल्ली में रहकर राष्ट्रीय कवि संगम के संस्थापक अध्यक्ष के नाते काम कर रहे हैं।
38 देशों में फैला 5000 साहित्यकारों से जुड़ा यह संगठन युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर रहा है। मनोहर लाल की संगठन प्रतिभा के कायल जगदीश मित्तल का इस चर्चा में दिल में दबा हुआ दर्द जुबां पर आ गया, कुरेदने पर सहयोगियों को बताया- मिलने पर मनोहर सम्मान तो बहुत करते हैं परंतु काम कोई करते नहीं। अन्य साथी भी इस पर चौक गए।
अपनो को ही भूल गए!
सोनीपत निवासी डॉ अशोक बत्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में जाना पहचाना चेहरा है, हिंदू कॉलेज सोनीपत और हिंदू कॉलेज रोहतक में प्रिंसिपल रह चुके हैं, कई पुस्तकें लिख चुके हैं और आजकल राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय महामंत्री हैं, मनोहर उनसे अच्छी तरह परिचित है। मनोहर लाल के भाजपा में पूर्ववर्ती रहे जगदीश मित्तल कई बार उन्हें डॉ अशोक बत्रा की सेवाओं का कहीं न कहीं उपयोग करने के लिए आग्रह कर चुके हैं, परंतु यह आग्रह आज तक आदेश में नहीं बदला इसे 4 वर्ष का समय बीत चला है।
जगदीश मित्तल का कहना था कि दुख तब होता है जब दूसरे लोग ऐसे पदों पर आ जाते हैं जबकि अपने योग्य लोग वंचित रह जाते हैं। उनका कहना है कि वह हताश है, निराश नहीं। आखिर अपने साथ काम कर चुके लोगों की मनोहर को याद अवश्य आएगी, हमारे सम्मान में तो कमी छोड़ते नहीं, परंतु यह आनंद तभी आएगा, जब कार्यकर्ताओं का भी सम्मान होगा।