Kaithal: वोट के बदले 50 लाख की रिश्वत मांगने का मामलाः गिरफ्तार भाजपा पार्षद की वीडियो आई सामने

punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 03:18 PM (IST)

कैथल (जयपाल रसूलपुर): कैथल जिले की चीका नगर पालिका में 50 लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। इस घोटाले में गिरफ्तार भाजपा पार्षद जितेंद्र कुमार की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग सामने आई हैं, जिनमें वह शिकायतकर्ता से वोट देने के बदल 60 लाख रुपए की डील की बात करता हुआ सुना जा सकता है। बाद में 50 लाख में सौदा तय होता है। यही नहीं, शिकायतकर्ता ने इस प्रकरण से संबंधित एक वीडियो भी जारी किया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपी पार्षद व उसके पिता पेहोवा स्थित एक पेट्रोल पंप के दफ्तर में बैठे नजर आते हैं, जहां पैसे लेनदेन का दृश्य भी रिकॉर्ड हुआ है।

हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह रकम रिश्वत के तौर पर ली गई थी या किसी अन्य लेनदेन का हिस्सा थी, लेकिन शिकायतकर्ता विजय सिंगला का दावा है कि यह वही रिश्वत की रकम थी जो पार्षद को पहले दी गई थी। उनका कहना है कि इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने उक्त पेट्रोल पंप से इसकी डीवीआर सहित सारे सबूत कब्जे में ले लिए थे, लेकिन फिर भी इस एंगल से अब तक जांच आगे नहीं की गई। इस संदर्भ में आरोपी पार्षद से बीना पूछताछ किए उसे जेल भेज दिया गया, जबकि उसका रिमांड लेकर इस इस एंगल से भी मामले की जांच करनी चाहिए थी। हालांकि एसीबी इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है।

शिकायतकर्ता ने केस की जांच दूसरे जिले से करवाने की रखी मांग

शिकायतकर्ता विजय सिंगला का आरोप है कि एसीबी ने मामले में सिर्फ एक आरोपी जितेंद्र कुमार को ही गिरफ्तार किया, जबकि ऑडियो रिकॉर्डिंग में दो अन्य पार्षदों के नाम साफ तौर पर लिए गए हैं। इन दोनों की भूमिका की जांच तक नहीं की गई। इस पर सवाल उठाते हुए विजय मंगलवार को विजिलेंस एसपी अंबाला से मिलने पहुंचे और इस केस की जांच दूसरे जिले से करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि रिकॉर्डिंग में जितेंद्र कुमार ने हरीश कुमार और राजेश कुमार के नाम साफ तौर पर लिए हैं। इस लिए उसने तीनों के 60 लाख रुपए मांगे थे। अब सिर्फ एक को ही गिरफ्तार कर बाकी दो को बचाया जा रहा है। यह न्याय के साथ खिलवाड़ है।

कैसे हुई थी रिश्वत की डील

शिकायत के अनुसार, नगर पालिका चीका की चेयरपर्सन व उपप्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर राजनीतिक जोड़-तोड़ चल रही थी। इस दौरान वार्ड नंबर 14 के पार्षद जितेंद्र कुमार, वार्ड नंबर 12 के पार्षद हरीश कुमार और वार्ड नंबर 9 के पार्षद राजेश कुमार ने विजय सिंगला से कहा कि वे प्रस्ताव में हिस्सा नहीं लेंगे, बदले में 60 लाख रुपए देने होंगे। विजय ने एसीबी को इसकी जानकारी दी और सभी बातचीत एक डिवाइस में रिकॉर्ड की। बातचीत में जितेंद्र कुमार ने खुद 50 लाख में सौदा पक्का करने की बात स्वीकारी। एसीबी की टीम को इस संबंध में सूचित किया गया था, लेकिन किसी कारणवश रेड नहीं हो सकी।

ऑडियो में रिश्वत की बातचीत के अंश:

विजय- पहले आप ये बताओ की क्या मांगते हो ? उसके के बाद बात करने का फायदा है।

जितेंद्र- मैंने आपको बताया तो है कि उन लोगों ने 20-20 लाख रुपए की डिमांड की थी। कुल 60 लाख मांगे थे। बाद में उन्होंने कहा कि तू 50 लाख रुपए तीनों के लिए ले ले। मैडम जहां कहेगी, वहीं जाने को तैयार हैं।

विजय- अगर हमारी मौके पर बात फाइनल हो गई तो मैं अगले से बात कर लूं, अगर कोई मीटिंग हो गई तो साथ जाना पड़ेगा।

जितेंद्र- अगर पैसे मिल गए तो मैडम के साथ खड़े मिलेंगे। अगर मैं अकेला जाउंगा तो फिर उसका फर्क पड़ेगा।

विजय- तेरा वार्ड 14 हो गया और बब्बू का क्या हुआ?

जितेंद्र- बब्बू का वार्ड 12 और दूसरे का नौ है। मैडम उनको कह रही है।

बीच में किसी का फोन आ गया।

विजय- यानी कि तीनों के 50 लाख समझो, बाद में घटा जोड़ कर लेंगे।

जितेंद्र- अगले ने मैडम से बात करने के लिए कहा है,वे मैडम के पास जाकर नेम धर्म कर लेंगे।

विजय- रुपयों का क्या सिस्टम रहेगा।

जितेंद्र- रुपए कैश लेंगे।

विजय- किस्त में लेंगे या किसी और तरीके से

जितेंद्र- पैसे कैश लेंगे। जो कमिटमेंट हो गई, उसके अनुसार पैसे लेंगे। जहां मर्जी बुलाओ वहीं खड़े होंगे। फिर तो एक तरफ होना पड़ेगा। जो हमारी बात हो रही हैं, वे लीक हो रही हैं। मैडम नाराज हो रही हैं।

विजय- मैं मैडम से यहीं बात करूंगा। वे यहीं आएंगी सामने।

जितेंद्र- आजकल में हमें फाइल करके बता दो, ताकि हम एक तरफ हो सकें। कुछ लिया दिया है नहीं, पहले ही बदनामी हो रही है।

विजय- चलो मैं बात करता हूं, सुबह मैडम को बुलाकर बात करूंगा।

जितेंद्र- डील करनी है तो समाना जाकर कर लेंगे। अगलों ने तो यह कहा है कि हमें तो पैसे दो।

विजय- अगर आपको दिक्कत है तो बीच में बंदा ले लो।

जितेंद्र- नहीं कोई दिक्कत वाली बात नहीं है।

विजय- मैं मैडम से बात करूंगा, लेकिन फिर कोई किंतु परंतु नहीं होना चाहिए।

जितेंद्र- कोई दिक्कत नहीं आप कर लेना

विजय ने यह पूरी बातचीत गुप्त रूप से रिकॉर्ड कर ली और एसीबी को सौंप दी। मधुबन फॉरेंसिक साइंस लैब में कराए गए वॉइस मैच टेस्ट में यह आवाज जितेंद्र कुमार की ही पाई गई।

नोट:ऑडियो रिकॉर्डिंग में यह बातचीत दर्ज है।

पूरी साजिश का पर्दाफाश हो: शिकायतकर्ता 

शिकायतकर्ता विजय सिंगला ने कहा कि यह कोई छोटा मामला नहीं है। तीन पार्षद मिलकर लोकतंत्र को बेचने का प्रयास कर रहे थे। मैंने एसीबी को सारे सबूत दिए, फिर भी केवल एक व्यक्ति को पकड़ा गया। मैं चाहता हूं कि इस भ्रष्टाचार में शामिल सभी लोगों पर समान कार्रवाई हो और बाकी पार्षदों की भी गिरफ्तारी की जाए। इस बारे में उसने अंबाला एसपी को शिकायत देकर कैसे की जांच दूसरे जिले से करवाने की मांग की है।

राजनीतिक गलियारों में हलचल

इस घोटाले ने चीका नगर पालिका की राजनीति में भूचाल ला दिया है। भाजपा खेमे में इस गिरफ्तारी को लेकर मौसम बदलने जैसे हालात हैं। विपक्षी दल इसे भ्रष्टाचार का ताजा सबूत बताते हुए सरकार पर हमलावर हो गए हैं। स्थानीय स्तर पर भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या अब राजनीतिक फैसले भी पैसों के बल पर तय होंगे?

दो अन्य पार्षदों को भी पूछताछ में किया जाएगा शामिल: इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह 

एसीबी इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी पार्षद जितेंद्र को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। मैं आज (मंगलवार) किसी कोर्ट के मामले में बाहर था। जिन दो अन्य पार्षदों के नाम रिकॉर्डिंग में थे। उनको भी पूछताछ में शामिल किया जाएगा। उनकी संलिप्ता मिली तो उनके नाम को भी केस में जोड़ा जाएगा और विभागीय कार्रवाई की जाएगी। पेट्रोल पंप पर आरोपी पार्षद व उनके पिता द्वारा पैसे लेने की वीडियो की जांच की जा रही है। यह जांच का विषय है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जाएगा। शिकायतकर्ता द्वारा एसपी को क्या शिकायत की गई है इस बारे में उसे जानकारी नहीं है।


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Content Editor

Deepak Kumar

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