Karnal news: 68 करोड़ से होगी मूनक कैनाल की रिमॉडलिंग, तटों सहित पुलों का होगा निर्माण

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2024 - 04:12 PM (IST)

करनाल : कर्णनगरी की नहरों में जलधारा को प्रवाहित करने के लिए सिंचाई विभाग की पिचौलिया हैड से मूनक हैड करीब 8.700 किलोमीटर मूनक कैनाल को बनाने के लिए परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। मांग को हरी झंडी मिलने के पश्चात जिला मुख्यालय द्वारा इसकी परियोजना तैयार कर हैड ऑफिस भेजी गई है।

 जैसे ही मुख्यालय की ओर से इसे स्वीकृति मिलती है इस प्राेजैक्ट पर तेजी से कार्य करवाया जाएगा। सिंचाई विभाग की ओर से इस प्राेजैक्ट के लिए 68 करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है। पिचौलिया हैड से मूनक हैड तक करीब 8.700 किलोमीटर लंबी नहर की रिमॉडलिंग में नहर की साइड स्लैब, पटरी का चौड़ीकरण किया जाएगा। 

वहीं पिचौलिया हैड की सड़क की भी चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा बीच में पड़ने वाले गगसीना पुल और मून हैड सड़क पर भी पुलों का निर्माण होगा।  विभाग का दावा है कि दोनों हैड पर पानी का दबाव 18-18 हजार क्यूसिक रहता है जिसे ध्यान में रखकर ही इस परियोजना पर कार्य करने की जरूरत महसूस हुई।

साढ़े 7 मीटर होगी पुलों की चौड़ाई 
सिंचाई विभाग की ओर से इस नहर का निर्माण 1975 में करवाया गया था। पिचौलिया हैड, गगसीना पुल और मूनक हैड पर सड़क की चौड़ाई मौजूदा समय में साढे़ 4 मीटर है जिसे बढ़ाकर अब साढ़े 7 मीटर किया जाएगा। 
बता दें कि तीनों पुलों पर वाहनों को क्रॉसिंग करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन नए सिरे से पुलों के निर्माण होने से इन मार्गों से यातायात सुगम होगा।


2 नहरों पर खर्च हो चुके हैं 582 करोड़ 
वर्ष 2018 से 2021 तक 202 करोड़ के भारी भरकम बजट से वैस्टर्न जमुना केनाल (डब्ल्यू.जे.सी) का निर्माण कार्य करवाया गया था। करोड़ों रुपए की लागत से नहर का विस्तारीकरण करके 13,300 क्यूसिक पानी के बहाव की क्षमता तैयार की गई थी। 49 किलोमीटर के निर्माण में धार, फॉल, हैड रैगुलेटर, ब्रिज बनाए गए थे। 
वहीं दूसरी ओरआवर्धन नहर में बहने वाले पानी की क्षमता बढ़ाने के लिए नहर की चौड़ाई और गहराई बढ़ाई जा रही है। इस नहर पर 380 करोड़ रुपए का भारी भरकम बजट खर्च किया जा रहा है। 75 किलोमीटर की इस नहर पर 45 पुलों का भी निर्माण करवाया जा रहा है। साढे 4 हजार क्यूसिक क्षमता की आवर्धन नहर का निर्माण साल 1970 में किया गया था।

जरूरत की जगह मिट्टी को किया जाएगा रिप्लेस
सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिचौलिया हैड से मूनक तक नहर के तटबंधों को नए सिरे से बनाया जाएगा। पुराने तटों में कंकड़ की मात्रा अधिक होने से उनमें लगातार पानी रिसाव की समस्या आ रही है। जहां पर ऐसी समस्या होगी वहां से पुरानी मिट्टी को रिप्लेस किया जाएगा।


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Content Writer

Isha

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