Know Your Candidate app को डाउनलोड कर उम्मीदवार की पृष्ठभूमि जानें, फिर करें वोट :अनुराग अग्रवाल
punjabkesari.in Friday, Apr 26, 2024 - 06:25 PM (IST)
चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी) : उम्मीदवार की सम्पूर्ण पृष्ठभूमि को जान-समझकर अपने मत का प्रयोग करने तथा अधिक से अधिक मतदान करवाने को लेकर इस बार चुनाव आयोग ने बड़ी पहल की है। खास तौर पर इसे लेकर आधुनिकीकरण का बखूबी प्रयोग इस बार देखने को मिलेगा। इसके लिए आयोग द्वारा एप बनाए गए हैं। साथ ही आयोग ने अधिक फ़ीसदी मतदान करवाने के लिए हर जिले से तीन बच्चों को कैश अवार्ड से पुरस्कृत करने की भी योजना बनाई है।
यह महत्वपूर्ण जानकारी स्वयं हरियाणा के चीफ इलेक्टरोल ऑफीसर अनुराग अग्रवाल ने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान दी है। साथ ही उन्होंने बताया कि हर नागरिक चुनावों को लेकर जागरूक होना चाहिए। अगर कहीं आसपास चुनाव संबंधित नियमों की उल्लंघना देखें तो तुरंत प्रभाव से एप पर फोटो- वीडियो व अन्य जानकारी उपलब्ध करवाएँ, 100 मिनट में बड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
साथ ही इस बार 85 की उम्र से अधिक वाले मतदाताओं तथा 40 फ़ीसदी से अधिक विकलांगता वाले मतदाताओं को बूथ पर आने की आवश्यकता नहीं होगी। पोलिंग पार्टी स्वयं उनके निवास पर जाकर उनका वोट डलवाएगी। कई महत्वपूर्ण विषयों पर हुई बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत है :-
प्रशन:- मत का प्रयोग करना हर कार्य से अधिक महत्वपूर्ण है, चुनाव आयोग इसके लिए जागरुक कर रहा है, कृपया इस बारे में बताएं ?
उत्तर:- यह बहुत अच्छी बात है कि आप अपने वक्तव्य में उन्हीं बातो को शामिल कर रहे हैं जिन्हें शामिल करना चुनाव आयोग का उद्देश्य है। अधिक से अधिक संख्या में वोटर आएं और जागरूकता से वोट करें, यह हमारा उद्देश्य है। इस बात में कोई शक नहीं कि बूंद-बूंद से घड़ा भरता है और बूंद-बूंद से ही सागर बनता है। हर वॉटर का वोट बहुत कीमती और बहुत जरूरी है, इसलिए कुछ भी काम छूट जाए वोट देने का काम नहीं छूटना चाहिए। अगर कहूं तो हरियाणा का वोटर बहुत अधिक जागरूक है, क्योंकि हर लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय औसत से दो-तीन फ़ीसदी अधिक मतदान हरियाणा में होता है और इस बार भी हम यही उम्मीद करेंगे कि गर्मी की कठिनाइयों को अधिक न मानते हुए वोटिंग अवश्य करें।
प्रशन:- प्रथम चरण में काफी कम मतदान को देख क्या शादी निमंत्रण कार्ड की तरह निमंत्रण कार्ड की पहल की गई है ?
उत्तर:- दफ्तर में बैठकर हमेशा हमारा यही विचार विमर्श होता है कि कैसे और क्या किया जाए कि अधिक से अधिक मतदाता आए। हमारे अधिकारी- कर्मचारियों ने इसके लिए आइडिया रखा और निमंत्रण पत्र की डिजाइन भी बहुत अच्छी हुई है। इसकी पहली लाइन में जैसे पुराने शादी कार्ड में पंक्तियां लिखी होती थी उसी प्रकार से लिखा गया है कि "भेज रहे हैं स्नेह निमंत्रण, मतदाता तुम्हें बुलाने को, 25 मई भूल न जाना वोट डालने आने को" इसमें दर्शनाभिलाषी हमारे मौके पर अधिकारी और पोलिंग पार्टी है। क्योंकि बहुत मेहनत करके वह पोलिंग स्टेशन पर पहुंचते है और पूरी रात वहां रहकर सुबह की व्यवस्थाएँ करेंगे। सुबह से मतदाताओं का वह इंतजार करेंगे तो निश्चित तौर पर वही दर्शनाभिलाषी है। वह चाहते हैं कि अधिक से अधिक संख्या में मतदाता आएं, वह चुनाव के दिन कड़ी मेहनत करते हैं। बिना खाने-पीने का ध्यान रखे वह वोट डलवाते हैं, इसलिए वही दर्शनाभिलाषी हैं। जिला उपायुक्त इसमें निवेदक है जो हर मतदाता से निवेदन कर रहे हैं कि मतदाता आए और अपने मत का प्रयोग करें। मेरा मानना है कि इससे काफी फर्क पड़ेगा।
प्रशन:- मोबाइल टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग को देख सेल्फी कॉन्सेप्ट की शुरुआत की गई, यह क्या योजना है ?
उत्तर:- हमारे दिमाग में विचार आया कि हम कितनी बार भी कहें, कितने ही गीत गए, कितनी बार निवेदन करें, वीडियो दिखाएं या निमंत्रण भेजें, इससे कहीं अधिक फर्क नही पड़ेगा। इसके लिए अन्य प्रकार की जागरूकता लानी होगी। क्योंकि बच्चों की बात वोटर बहुत अधिक सुनते हैं। अगर बच्चों को इनडायरेक्ट हम होमवर्क दें कि वह अपने माता-पिता और सगे संबंधियों को वोट करवाकर उनकी नीली स्याही के साथ फोटो खिंचवाकर उसे अपलोड करें तो निश्चित तौर पर इसका भी प्रभाव पड़ेगा। यह पोस्टर हम हर स्कूल में लगाएंगे, इसकी पंपलेट भी बनवाई गई है जो टीचर्स को देंगे और बच्चों के पास पहुंचाने का भी प्रयास करेंगे। जिस पर एक क्यू आर कोड होगा उस पर वह अपनी फोटो अपलोड कर पाएंगे। हर जिले में हम तीन बच्चों को पुरस्कृत करेंगे। पहले बच्चे को 10000, दूसरे को 7500, तीसरे को 2500 का कैश अवार्ड देकर हौसला वर्धन किया जाएगा। एजुकेशन डिपार्मेंट की भी हम इसमें काफी मदद लेंगे।
प्रशन:- 25 मई की भीषण गर्मी को लेकर बुजुर्गों- दिव्यांगों व अन्य मतदाताओं के लिए आयोग द्वारा क्या व्यवस्थाएं की गई है ?
उत्तर:- हमने हर जिले में अपनी डायरेक्शन जारी कर दी है, जहां वॉटर लाइनों में खड़े होंगे वहां टेंट और बैठने की व्यवस्था रहेगी ताकि नंबर आने का इंतजार उन्हें खड़े रहकर न करना पड़े। उनके ऊपर पंखे की व्यवस्था रहेगी ताकि गर्मी के प्रकोप को कम किया जा सके। वही 85 वर्ष के बुजुर्गों और 40 फ़ीसदी से अधिक विकलांगों के घर जाकर पोलिंग पार्टी वोट डलवाएगी।
प्रशन:- घर जाकर वोट डालने जैसा कार्य शायद देश में पहली बार किया जा रहा है ?
उत्तर:- 2020 में कोरोना काल के बाद हुए सभी चुनावों में यह व्यवस्था की गई है क्योंकि हरियाणा में 2019 में चुनाव हुए थे, इसलिए यह व्यवस्था हरियाणा में पहली बार होगी। लेकिन अगले सभी चुनावों में यह व्यवस्था देखने को मिलेगी।
प्रशन:- चुनाव शांतिपूर्ण हो इसके लिए पुलिस बल की क्या व्यवस्था है और केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बलों की कितनी टुकड़े मांगी गई हैं ?
उत्तर:- पूरी हरियाणा पुलिस चुनाव कार्य में काम करेगी। पुलिस महानिदेशक ने अनुरोध भेजा है कि स्पेशल पुलिस ऑफीसर्स अंडर ट्रेनिंग जो भी कर्मचारी हैं उन्हें भी चुनाव की ड्यूटी में कार्य करने की अनुमति दी जाए। चुनाव आयोग से अनुमति लेकर हम पुलिस महानिदेशक के पास इसे भेज देंगे। हमारे पास पर्याप्त मैनपॉवर रहेगी। इसके साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा बल की 200 टुकड़ों की मांग हमने केंद्र और चुनाव आयोग से की है, वह प्राप्त कितनी होगी उसके बाद उनके ठहरने- खाने पीने -टॉयलेट्स व अन्य प्रबंधों का फार्मेट बनाकर हम जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षकों के पास भेज देंगे और यह सुविधा उन्हें आते ही मिलने लगेंगी।
प्रशन:- धन और शराब बांटने जैसी बातों को रोकने के लिए या पड़ोसी राज्यों से गलत चीजों की घुसपैठ ना हो इसकी निगरानी के लिए क्या व्यवस्थाएं हैं ?
उत्तर:- इसके लिए हमने एक ऐप बनाई है। क्योंकि सरकारी प्रयासों के साथ-साथ नागरिकों की भी इस मामले में सतर्कता जरूरी है। जहां भी चुनाव प्रक्रिया को लेकर किसी प्रकार का उल्लंघना सामने आए वहां मौके की फोटो, वीडियो या ऑडियो तुरंत भेजें। 100 मिनट में कार्रवाई अवश्य होगी। हालांकि हरियाणा की जनता अभी से इस ऐप का प्रयोग अच्छे से कर रही है। पैसे और शराब बांटने की शिकायतें हमारे पास आई है और हमने तुरंत कार्रवाई भी की है।
प्रशन:- अवैध हथियारों की धरपकड को लेकर आपके क्या प्रयास रहेंगे ?
उत्तर:- अवैध हथियारों को पकड़ना और लाइसेंसी हथियारों को जमा करवाने का काम पुलिस कर रही है। लगभग 350 के करीब अवैध हथियार और 650 कारतूस बरामद कर चुकी है।
प्रशन:- चुनाव आयोग के निर्देशों पर क्या अधिकारियों के फेरबदल भी किए गए हैं ?
उत्तर:- जी हां, लेकिन मुझे नंबर याद नहीं है। लगभग 5-6 वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले चुनाव आयोग के निर्देश पर हमने करवाए है।
प्रशन:- नोअ योर कैंडिडेट एप क्या है और इसका उद्देश्य क्या है ?
उत्तर:- यह इलेक्शन कमीशन का एक ऐप है। उसे डाउनलोड करके हम हर लोकसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार का संपूर्ण विवरण जैसे उसकी शिक्षा, उम्र, धन संपत्ति का ब्यौरा और आपराधिक विवरण इत्यादि देख सकते हैं। चुनाव आयोग का लक्ष्य यही है कि वोटर सजग रहे और अपने उम्मीदवार की पूरी पृष्ठभूमि को जानकर अपने मत का प्रयोग करें।