कुमारी सैलजा कांग्रेस में है और कांग्रेस में ही रहेंगी : निलय सैनी
punjabkesari.in Monday, Sep 23, 2024 - 04:30 PM (IST)
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : विधानसभा चुनाव के प्रचार के बीच हरियाणा कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी सैलजा को लेकर की गई टिप्पणी पर जहां आज पूरे प्रदेश की राजनीति घूम रही है। वहीं, हर दल के नेता कुमारी सैलजा को लेकर कांग्रेस और खासतौर पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को घेरने में लगे हैं।
कुमारी सैलजा भी उस टिप्पणी के बाद से चुनावी प्रचार में नजर नहीं आ रही। ऐसे में हर किसी के मन में यहीं सवाल उठ रहा है कि आखिर कुमारी सैलजा का अगला कदम क्या होगा ? पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की ओर से कुमारी सैलजा को बीजेपी में आने का न्यौता दिए जाने के बाद से कई प्रकार की चर्चाएं भी चल रही है। इन सभी मुद्दों को लेकर हमने कुमारी सैलजा के नजदीकी व्यक्तियों में शामिल कांग्रेस नेता नीलय सैनी से खास बातचीत की। नीलय सैनी ने साफ कहा कि कुमारी सैलजा और उनका परिवार पूरी तरह से कांग्रेस के साथ है और वह कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जाने वाली। सैनी ने और क्या कुछ कहा, चलिए जानते हैं...।
‘कांग्रेस में ही रहेंगी’
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की ओर से कुमारी सैलजा को बीजेपी में आने का न्यौता देने पर नीलय सैनी कहा कि बीजेपी में जाने की कोई बात नहीं है। भारतीय जनता पार्टी चुनाव के दूसरे मुद्दों को भटकाने के लिए इस मुद्दे को उठा रही है। सैनी ने कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस में है और कांग्रेस में ही रहेंगी।
‘पूरा चुनाव सैलजा पर घूम रहा’
नीलय सैनी ने कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की एक वरिष्ठ नेता है। वह 3 बार केंद्र में मंत्री भी रही है। सैलजा के नेतृत्व में हरियाणा में लाखों लोग कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। पिछले साल कुमारी सैलजा ने पूरे प्रदेश में यात्रा भी निकाली थी, जिसमें प्रदेश में हर वर्ग का व्यक्ति उनके साथ जुड़ा।
कुमारी सैलजा ने हमेशा जातिवाद की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है। उनके कईं समर्थक चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। कुमारी सैलजा ने उनके लिए लड़ाई लड़ी, उसके बाद भी उनकी अनदेखी की गई। इससे उनके कार्यकर्ता निराश थे और वह भी खुद हताश थी। इसके बाद उनके खिलाफ जातिगत टिप्पणी की गई, जिससे पूरे प्रदेश में और उनके समर्थकों में एक निराशाजनक संदेश गया कि इतने बड़े नेता के खिलाफ ऐसा कैसे हो सकता है ?
सैनी ने कहा कि इस टिप्पणी से सभी आहत थे और प्रदेश में भी वहीं माहौल बन गया, जिसे दूसरे दलों ने मुद्दा बना लिया। अब पूरा चुनाव सैलजा पर ही घूम रहा है। चुनाव के केंद्र में आज सैलजा ही है और उनकी चुप्पी ने पूरे देश में शोर मचा रखा है।
‘गुटबाजी के चलते अच्छे लोगों को छोड़ा’
सैनी कहा कि जब कोई कार्यकर्ता लंबे समय तक संघर्ष करता है और उसके बाद उसे मौका नहीं मिलता तो निराशा होती है। कईं बार गुटबाजी के कारण अच्छे लोगों को छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सैलजा के नेतृत्व में आगे भी कांग्रेस की राजनीति करेंगे।
‘सैलजा भी जरूर आएगी’
कुमारी सैलजा के चुनावी कार्यक्रमों से दूरी बनाए जाने को लेकर नीलय सैनी ने कहा कि पार्टी के सभी बड़े नेताओं के कार्यक्रम बन रहे हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गाधी और केंद्र के दूसरे नेताओं के साथ कुमारी सैलजा के भी कार्यक्रम बनेंगे और सभी चुनाव में हिस्सा लेंगे। सभी नेता तय कार्यक्रम के अनुसार ही चुनावी मैदान में आएंगे और कुमारी सैलजा भी जरूर आएंगी।
‘कांग्रेस के तिरंगे में जाएंगी’
कुमारी सैलजा की चुप्पी को लेकर नीलय सैनी ने कहा कि वह कांग्रेस की एक बड़ी नेता हैं। वह कांग्रेस की महासचिव और प्रभारी है। लंबे तक कुमारी सैलजा ने कांग्रेस की राजनीति की है। उनके पिता भी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं। वह हरियाणा कांग्रेस के प्रधान भी रहें है। यह परिवार पूरी तरह से कांग्रेस का है। कुमारी सैलजा भी खुद यह कह चुकी हैं कि वह कांग्रेस के तिरंगे में ही लिपट कर जाएंगी।
‘सैलजा के CM के रुप में देखने की इच्छा’
भूपेंद्र हुड्डा की ओर से कुमारी सैलजा को अपनी बहन और दीपेंद्र हुड्डा की ओर से बुआ कहे जाने पर नीलय सैनी ने इसे राजनीति के दांव पेंच बताते हुए कहा कि कुमारी सैलजा एक सम्मानित नेता है। हर समाज के लोग उन्हें चाहते औऱ पसंद करते हैं। हरियाणा में सबकों उम्मीद है, वह उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। उन उम्मीदों को कुछ झटका लगा होगा, जिससे लोगों में निराशा है, लेकिन कुमारी सैलजा जल्द ही चुनाव में नजर आएंगी।