सांडर्स के नाम पर मेमोरियल फंड देने के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा एलएलबी छात्र

punjabkesari.in Wednesday, May 04, 2022 - 08:27 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी करते हुए, लाला लाजपत राय की हत्या में शामिल रहे  अंग्रेजी अफसर जेपी सांडर्स व चंदन सिंह के नाम पर हरियाणा पुलिस द्वारा मेमोरियल फंड देने पर जवाब तलब किया है। हाईकोर्ट द्वारा यह नोटिस, एलएलबी के एक छात्र रेवंत कौशिश द्वारा कोर्ट में दायर की गई एक याचिका के बाद जारी किया गया है। याचिकाकर्ता ने हरियाणा पुलिस के नियमों के अनुसार, चंदन सिंह और जेपी सांडर्स के नाम से दिए जाने वाले मेमोरियल फंड को तुरंत हटाने की मांग की है।

रेवंत ने बताया कि 1928 में लाला लाजपत राय की हत्या में शामिल रहे तत्कालीन अंग्रेजी अफसर जेपी सांडर्स व उनकी टीम के एक जवान चंदन सिंह के नाम पर हरियाणा पुलिस देश की आजादी के 75 साल बाद भी लगातार क्रम से यह मेमोरियल फंड चला रही है। उन्होने कहा कि पंजाब पुलिस रूल्स 14.29  के तहत यह मेमोरियल फंड लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह वर्सेस यूनियन ऑफ इंडिया के एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने भी पुलिस नियमों में रिफॉर्म्स की बात मानी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई काबिल अफसर हैं, जिनके नाम पर यह मेमोरियल फंड दिया जा सकता है।   

छात्र का कहना है कि पंजाब पुलिस रूल्स हरीयाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब में भी लागू हैं। लेकिन पंजाब सरकार पहले ही इस मेमोरियल फंड का नाम एक पुलिस अफसर अवतार सिंह अटवाल के नाम पर बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि जब पंजाब में, पंजाब पुलिस रूल्स में अमेंडमेंट हो चुकी है तो फिर हरियाणा अभी तक इस से वंचित क्यों है। रेवंत ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट में एक याचिकाकर्ता के रूप में अपना आवेदन दिया है। उनका अनुरोध है कि सांडर्स के नाम से दिए जाने वाले इस मेमोरियल फंड को रोका जाए तथा पंजाब पुलिस रूल्स के तहत हरियाणा सरकार के अतीत में किए गए यह आदेश रद्द किए जाएं।

रेवंत कौशिक एलएलबी के तीसरे वर्ष के छात्र है। उनके पिता रवि शर्मा पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट के जाने-माने वकीलों में से एक हैं।  कौशिक का कहना है कि शहीदे आजम भगत सिंह जब सांडर्स को मारने के बाद भाग रहे थे, तब उनका पीछा चंदन सिंह ने किया था, जोकि तब अंग्रेज पुलिस का हिस्सा थे। चंद्रशेखर आजाद भगत सिंह को कवर कर रहे थे तथा उन्होंने चंदन सिंह को उनके पैर पर गोली मारी और भगत सिंह को वहां से भागने में मदद की। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए कुर्बान होने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ चलने वाले चंदन सिंह तथा लाला लाजपत राय के हत्यारे सांडर्स जैसे लोगों के नाम पर हरियाणा पुलिस में मेमोरियल फ्रंट फंड चलना अनुचित है और यह न्याय संगत भी नहीं है।


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Content Writer

Vivek Rai

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