लाॅकडाउन: प्रवासी मानने को नहीं तैयार, घर जाने के लिए दी बच्चों और बुजुर्गों की दुहाई, प्रशासन ने रा

punjabkesari.in Saturday, Mar 28, 2020 - 06:35 PM (IST)

राेहतक(दीपक): घर में अकेले बच्चे और बुजुर्गों की दुहाई देकर सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर लगातार पलायन कर रहे प्रवासी नागरिकों को लेकर रोहतक प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। शहर से गुजरे प्रवासियों को पुलिस ने घेरा ओर प्रशासन द्वारा स्कूल में अस्थाई रूप से बनाई रहने की जगह पर पहुंचाया। इस दाैरान पुलिस का मानवीय चेहरा भी सने आया। पुलिस ने सभी प्रवासियों को अपने हाथ से खाना भी खिलाया। वही डीसी ने सख्त आदेश भी दिए कि किसी को भी आगे नही जाने दिया जाएगा।

लॉक डाउन के चलते  प्रवासी लोगों का लगातार पलायन सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। रोहतक से भी सैकड़ों मजदूर कई सौ किलोमीटर पैदल अपहे गांव के लिए, लेकिन इसकी जैसे भनक प्रसाशन को लगी तो तुरंत पुलिस ने पहुंचकर सबको घेरा और वापिस लेकर आए।

प्रशासन ने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी व्यक्ति को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। ताकि संक्रमण का खतरा न बढ़े। वहीं दूसरी ओर पुलिस का मानवीय चेहरा भी सामने आया, पुलिस ने प्रवासियों को खाना खिलाया। गाैरतलब है कि लगातार प्रवासी मजदूर एक जगह से दूसरी जगह सैकड़ो किलोमीटर तक पैदल ही जा रहे है, जो अपने बच्चों के मिलने व बुजुर्गों के घर मे अकेले होने की बात कह रहे हैं।

रोहतक प्रशासन की बेहतरीन पहल के चलते पलायन कर झांसी की तरफ जा रहे ढाई सौ मजदूरों को रास्ते में रोककर एक स्कूल में इनके रहने की अस्थाई व्यवस्था की गई है, जहां पर रोहतक के उपायुक्त आरएस वर्मा ने खाने और डॉक्टर की व्यवस्था तुरंत की है, लेकिन इनका कहना यह है कि वह अपने बच्चों के पास जाना चाहते हैं। इन्हें प्रशासन की तरफ से कोई दिक्कत नहीं है। उपायुक्त आरएस वर्मा ने भी प्रवासी मजदूरों से अपील की कोई भी प्रवासी मजदूर अपना ठिकाना न छोड़े, सबके लिए यही पर बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

vinod kumar

Recommended News

Related News

static