दादरी मंडी में किसानों की लगी 2-2 किलोमीटर लंबी लाइन, किसानों ने लगाया खरीद प्रक्रिया में धांधली का आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2024 - 05:43 PM (IST)

चरखी दादरी(पुनीत श्योराण): साहब...फसलों की कटाई करें या फिर काम-काज को छोड़कर भूखे-प्यासे अपने वाहनों के साथ लाइनों में खरीद का इंतजार करें। अल सुबह से पहुंचने पर भी मंडी में अपनी सरसों की फसल बेचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। कहीं चहेतों को टोकन दिये जा रहे हैं तो कहीं बैकडोर से वाहनों की मंडी में एंट्री करवाई जा रहा है। मंडी में किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं, पानी तक खरीदकर पीने को मजबूर हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि मंडी अधिकारियों की तानाशाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। ये कहना है चरखी दादरी की अनाजमंडी में अपनी सरसों की फसल लेकर पहुंचे किसानों का।

PunjabKesari

मंडी के दोनों गेटों पर करीब दो-दो किलोमीटर लंबी लाइनों में अपने वाहनों के साथ खरीद का इंतजार कर रहे किसान कहीं पेड़ों की छांव में बैठे हैं तो कहीं अपने ट्रैक्टरों पर बैठकर वाहन को लाइनों में आगे बढ़ा रहे हैं। कोई किसान सुबह दो बजे से कोई चार बजे से लाइन में लगा है। किसानों से सरकारी रेट पर हो रही खरीद को लेकर बात की तो उनका गुस्सा फूट पड़ा।

किसान बलवान सिंह, संदीप, रणबीर, ओमप्रकाश व जितेंद्र इत्यादि ने खरीद प्रक्रिया में धांधली की सच्चाई बताई। हरियाणवी लहजे में कहा कि किसानों की तो खराब माटी कर रखी सै। किसै न भीतर सैटिंग कर राखी सै तो कोये अधिकारियां तैं मिलकैं अपना टोकन ले ज्या सै। हम अपणे खेतां मैं गेहूं काटे या फेर न्यू ए बांट देखै जावां। हम तो परेशान होगे, के करां क्यूकर फसल नै बेचां। पाणी तक नहीं मिलता, दुकाना पर खरीद कर पीणा पड़ रहया सै। खरीद के लिए मंडी के बाहर लगी वाहनों की लाइनों की यातायात व्यवस्था संभालने के लिए भी पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।

PunjabKesari

मंडी अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि खरीद सीजन के दौरान किसानों की संख्या बढ़ रही है, मंंडी प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए हैं। पुलिस कर्मचारियों को यातायात व्यवस्था संभालने के लिए तैनात किया गया है। फिर भी शैडयूल बनाकर किसानों को बुलाने की व्यवस्था की जा रही है। जानकारी के अभाव में किसानों के वाहनों की संख्या बढ़ रही है।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Saurabh Pal

Recommended News

Related News

static