अब विदेशों में भी गूंजेगी हरियाणा की धमक, विदेश सहयोग विभाग खोलेगी मनोहर सरकार(VIDEO)

punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2019 - 01:58 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी)-  अब हरियाणा में जमकर विदेशी निवेश होगा। विदेशों में हरियाणा की संस्कृति का और तेजी से प्रचार व प्रसार होगा। यही नहीं हरियाणा के युवाओं के लिये विदेशों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके साथ ही युवाओं के साथ विदेशों में रोजगार दिलाने के नाम पर होने वाली ठगी पर भी लगाम लगेगी। यह सब इसलिए संभव होगा कि मनोहर सरकार ने विदेश सहयोग विभाग खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस विभाग को खोलने की घोषणा रविवार को नई दिल्ली में आयोजित भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला-2019 में की थी। जिसे कैबिनेट ने पास कर दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सोमवार शाम को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। हरियाणा सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने, हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार और अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) के लिए राज्य सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों को सुव्यवस्थित करने हेतु एक नया विभाग नामतः ‘फॉरेन कॉपरेशन विभाग’ (विदेश सहयोग विभाग) बनाने का निर्णय लिया है।

 
विदेश सहयोग विभाग विदेशों के प्रांतों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने और जुड़े हुए प्रांतों के शहरों के साथ जुड़ाव और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के टविन सिटीज के कार्यक्रमों के लिए भी काम करेगा। नया विभाग सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठन में सहयोग को शामिल करने के साथ-साथ निवेश को बढ़ावा देने, राज्य में रोजगार, शिक्षा और कौशल विकास और हरियाणवी संस्कृति के संवर्धन और हरियाणवी प्रवासी लोगों के कल्याण, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर भागीदारी को बढ़ावा देने का काम करेगा। इसके अलावा, विदेश मंत्रालय के परामर्श से विदेशी व्यापार और निवेश के क्षेत्र में विदेशों में राज्य के हित को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्विपक्षीय कार्य समूहों में भागीदारी भी करेगा। विदेश सहयोग विभाग निवेश, रोजगार, शिक्षा, कौशल विकास, और संस्कृति और एनआरआई/ पीआईओ के मामलों के संबंध में हरियाणा से संबंधित मामलों पर नई दिल्ली में भारतीय मिशनों/विदेश मंत्रालय/विदेशी मिशनों के साथ संपर्क बनाए रखेगा। इसके अलावा, यह वैश्विक देश के विपणन और संचार रणनीतियों के विकास के लिए भी काम करेगा ताकि हरियाणवी प्रवासी के साथ मजबूत संबंध सुनिश्चित किए जा सकें।

हरियाणा को देश में पसंदीदा निवेश स्थलों में से एक माना जाता है और पिछले पांच वर्षों के दौरान राज्य देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में सबसे आगे रहा है। यह देश के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल हब के रूप में उभरा है और नॉलेज इंडस्ट्री के लिए आधार के रूप में उभर रहा है। हरियाणवी प्रवासी की यू.के., यू.एस.ए., कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में एक मजबूत उपस्थिति है। अन्य देशों और उनके प्रांतों के साथ कई राज्य स्तर के समझौता ज्ञापनों के अलावा, हरियाणा के कई शहरों ने पहले ही टविन सिटीज समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। ऐसे विदेश सहयोग विभाग काफी कारगर सिद्ध होगा।ो


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Isha

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