गोल्डन गर्ल मनु ने जीता सबका मन, पिता को खड़े देख कुर्सी छोड़ जमीन पर बैठी

punjabkesari.in Wednesday, Apr 18, 2018 - 11:30 AM (IST)

चरखी दादरी(ब्यूरो): हरियाणा की बेटियों को जीत घमंडी नहीं बल्कि विनम्र बनाती है। गोल्डन गर्ल मनु ने जहां कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश अौर देश का नाम रोशन किया, वहीं मनु ने सम्मान समारोह में अपनी कुर्सी पिता के लिए छोड़ जमीन में बैठकर एक मिशाल पेश करते हुए सबका मन जीत लिया। चरखी दादरी में कॉमनवेल्थ विजेता खिलाड़ियों के लिए फोगाट खाप द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें मनु भाकर अपनी मां सुमेधा अौर पिता राम किशन के साथ पहुंची थीं। कार्यक्रम में प्रशासनिक आधिकारी भी आए तो लोग उनके सम्मान में खड़े हो गए। जब सभी लोग कुर्सी पर बैठे तो मनु को तो कुर्सी मिल गई लेकिन उनके माता-पिता की कुर्सी पर कोई बैठ गया। इस पर मनु का मां जमीन पर बैठ गई तो मनु ने अपने पिता के लिए अपनी कुर्सी छोड़ दी अौर वह भी मां के साथ जमीन पर आकर बैठ गई। 

मनु भाकर के पिता ने कहा कि समारोह में गोल्डन गर्ल मनु भाकर ने बुर्जुगों के लिए अपनी कुर्सी छोड़कर आज की युवा पीढ़ी के सामने एक उदहारण पेश किया है। उनके इस कदम में हमारे हरियाणा के संस्कारों की खुशबू झलकती है। कार्यक्रम के बाद जहां बलाली बहनें बबीता व विनेश फोगाट की दर्द भी सामने आया। वहीं महाबीर फोगाट ने ऑस्ट्रेलिया में हुई दंगल फिल्म की कहानी के दर्द को सांझा किया। 

मनु का कहना है कि जगह कम होने के कारण मंच पर अधिक कुर्सियां रखने की जगह नहीं थी। किसी ने हमारा अपमान नहीं किया अौर न ही किसी ने कुर्सी छीनी थी। मनु ने कहा कि मैं अपनी मर्जी से अपनी मां के पास जमीन पर बैठी थी। आयोजकों ने हमारा सम्मान किया जिसके लिए मैं अाभारी हूं। 
 


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Nisha Bhardwaj

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