विदेशों में नहीं मान्य प्रोविजनल डिग्रियां, विद्यार्थियों को हो रही परेशानी

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2017 - 08:51 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के विभिन्न विश्वविद्यालयों से पास आउट विद्यार्थियों को उनकी ओरिजिनल डिग्रियां ना मिलने से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे विद्यार्थी प्रोविजनल डिग्री लेकर जब विदेश में जाते हैं तो वहां उन्हें अपनी ओरिजिनल डिग्री लाने के लिए कहा जाता है, जो कि विद्यार्थियों के पास उपलब्ध नहीं होती। इसके कारण उनका काफी समय और पैसा बर्बाद होता है, क्योंकि अधिकतर देशों ने ओरिजिनल डिग्री लाना अनिवार्य कर दिया है।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के साथ-साथ पंडित भगवत दयाल शर्मा विश्वविद्यालय रोहतक में भी विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोहतक विश्वविद्यालय से संबंधित यमुनानगर के टीडीटीआर फिजियोथेरेपी रिहैबिलिटेशन से फिजियोथेरेपी करने वाले विद्यार्थी जिन्होंने जून में अपनी इंटर्नशिप  पूरी कर ली थी उन्हें अभी तक डिग्री नहीं मिली । वहीं कुछ बच्चे विदेश में नौकरी करने गए हैं लेकिन वहां उनके पास ओरिजिनल डिग्री ना होने से उन्हें काफी परेशानी आ रही हैं । उन्होंने विश्वविद्यालय के सर्वे सर्वा हरियाणा के राज्यपाल से अनुरोध किया है कि जैसे ही विद्यार्थी अपना कोर्स पूरा कर ले उनकी डिग्रियां साथ-साथ दी जानी चाहिए ताकि विद्यार्थियों को कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े।


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