अच्छी शुरूआत: अब हिंदी में B.Tech कर सकेंगे हरियाणा के विद्यार्थी, इन तीन इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में शुरू की सुविधा
punjabkesari.in Tuesday, Feb 20, 2024 - 02:58 PM (IST)

चंडीगढ़ः हरियाणा के उन युवाओं के लिए सरकार ने बड़ी शुरूआत की है, जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में करना चाहते हैं। प्रदेश के तीन इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों में बी-टेक पाठ्यक्रम हिंदी में शुरू किए हैं। इनमें फरीदाबाद की जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी, मुरथल की दीनबंधु चौ. सर छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा हिसार की गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी शामिल हैं।
इसी तरह से राज्य सरकार ने ‘पीएम उषा’ योजना के लिए रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय तथा खानपुर कलां (सोनीपत) स्थित महिला भगत फूल सिंह विश्वविद्यालय को चुना है। इस योजना के तहत इन विश्वविद्यालयों को 20-20 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को सरकार ने स्वीकृति दी है। पलवल के दुधौला में चल रहे श्रीविश्वकर्मा कौशल वििव ने 2023-24 के सत्र के दौरान राज्य के 24 कॉलेजों को अपने साथ अटैच (संबद्ध) किया है।
युवाओं को आर्थिक तथा चहुंमुखी विकास में भागीदार व सक्षम बनाने के उद्देश्य से गठित ‘हरियाणा कौशल विकास मिशन’ द्वारा अभी तक 31 हजार 374 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है। पिछले चार वर्षों में 15 नये पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट सरकार ने शुरू किए हैं। इससे विद्यार्थियों की प्रवेश क्षमता में 3278 की बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश सरकार ने 1 लाख 80 हजार रुपये तक सालाना आय वाले सभी परिवारों को बीपीएल कैटेगरी में रखा है। इन परिवारों के पात्र विद्यार्थियों को पहली से बारहवीं तक प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए सरकार ने ‘चिराग’ योजना की शुरूआत की है। सरकार की ओर ने गरीब परिवार के विद्यार्थियों को 12वीं तक मुफ्त पुस्तकें, वर्दी व लेखन सामग्री दी जाती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत 1185 विद्यालयों में छठी से आठवीं तक प्री-वोकेशनल एजुकेशन शुरू की है। सीबीएसई से संबद्ध 146 नये सरकारी मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खोले हैं। पीएम-श्री स्कूल योजना के अंतर्गत राज्य के 124 स्कूल खोले हैं।