नूंह हिंसा LIVE :नूंह में साथ लगते जिलों में धारा 144 लागू, पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां तैनात, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?
punjabkesari.in Tuesday, Aug 01, 2023 - 10:46 AM (IST)

नूंह: जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा द्वारा निकाली जा रही बृजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई है। जिसके बाद जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। इसके साथ पूरे जिले में इंटरनेट की सेवा बंद कर दी गई है। वहीं नूंह के साथ साथ हथीन में इंटरनेट बंद कर दी गई है। बृजमंडल यात्रा पर एक गुट ने पथराव कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। घटनास्थल से गोली चलने, तोड़फोड़ व पथराव की सूचना सामने आ रही है। वहीं अब तक इस हिंसा में 20 लोगों के घायल होने की सूचना है। इस घटना में 2 होमगार्ड की मौत हो चुकी है। जबकि 7 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए है। नूंह में हिंसा का कई शहरों पर असर पड़ा है। साजिश की आशंका को देखते हुए गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही गुरुग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है।

2 अगस्त तक इंटरनेट बंद
नूंह में हिंसा का कई शहरों पर असर पड़ा है. साजिश की आशंका को देखते हुए गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की नजर है और 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद रखने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही गुरुग्राम, रेवाड़ी और फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है। अभी भी वहां तनाव की स्थिति बनी हुई है और पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है।

एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल
एक अधिकारी ने बताया कि नूंह हिंसा में करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उनमें से आठ को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया. होडल के पुलिस उपाधीक्षक सज्जन सिंह के सिर में और एक इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी। वहीं नीरज नाम के होम गार्ड की अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि जलाए गए वाहन जुलूस का हिस्सा रहे लोगों और पुलिस के थे। एक वीडियो क्लिप में कम से कम चार कारों को जलते हुए देखा जा सकता है. एक अन्य कथित वीडियो में पुलिस की दो क्षतिग्रस्त कारें दिखाई दे रही हैं। क्लिप में गोलियों की आवाज भी सुनी जा सकती है।इस हिंसा में डीसीपी सज्जन दलाल के सिर में गोली लगी है, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा इंस्पेक्टर अनिल कुमार के भी गोली के कारण पेट में चोट है और उनका भी इलाज हो रहा है।
ऐसे हुई नूंह हिंसा शुरूआत दोपहर
- 1:00 बजे: बृज मंडल यात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई, जो पूरे नूंह में फैल गई।
- दोपहर बाद 3:00 बजे: उपद्रवियों ने अनाजमंडी स्थित साइबर थाने पर हमला बोल दिया।
- शाम 5:00 बजे: गुड़गांव के सोहना स्थित बाइपास पर आगजनी हुई। गोलियां भी चलीं।
- रात 8:00 बजे: प्रशासन ने दोनों समुदाय के लोगों की बैठक कराई।
- रात 8:40 बजे: CM ने सोशल मीडिया पर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
- रात 10:00 बजे: केंद्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियों को भेजने का फैसला लिया।
- रात 12:00 बजे: नूंह के अलावा तीन अन्य जिलों में इंटरनेट बंद। रात 2 बजे नूंह में कर्फ्यू की सूचना।

15 कंपनियां CRPF और एक RAF की तैनात
नूंह व सोहना और आसपास के जिलों में पुलिसबल की तैनाती की गई है। 15 कंपनियां सीआरपीएफ और एक आरएएफ की तैनात की गई है. वीडियो फुटेज या दूसरे माध्यमों से हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है। हिंसा में शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. नूंह में अभी हालात नियंत्रण में हैं।
अनिल विज ने की अमित शाह से बात, 3000 लोग व कई पत्रकार करवाए रेस्क्यू
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने केंद्रीय गृहमत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मेवात नूंह के अंदर उत्पन्न हालात को लेकर बातचीत की और ज्यादा से ज्यादा पैरामिलिट्री फोर्स भेजने की बात कही। अनिल विज से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि पैरामिलिट्री की 8 बटालियन हरियाणा में भेज दी गई है। एअरलिफ्ट करवाने में भी केंद्रीय सरकार का पूर्ण सहयोग रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बदौलत 3000 से अधिक लोग जो मंदिर में फंसे हुए थे उन्हें रेस्क्यू करवा लिया गया है।
कैसे हुई हिंसा की शुरूआत
दरअसल, हिंदू संगठनों की तरफ से तय था कि ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी। मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी, तभी यात्रा पर पथराव शुरू हो गया। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे।
मोनू मानेसर ने की थी अपील
वहीं मोनू मानेसर जो की नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड है उसने पहले ही वीडियो शेयर कर यात्रा में अधिक से अधिक लोगों से पहुंचने की अपील की थी। उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर मेवात इलाके में होने वाली एक महारैली में शामिल होने का सभी को न्योता दिया था। इतना ही नहीं मोनू मानेसर ने कहा था कि मैं खुद भी इस रैली में शामिल होऊंगा। हालांकि, मोनू मानेसर इस यात्रा में नहीं आया, लेकिन बिट्टू बजरंगी नाम के कथित गोरक्षक के शामिल होने पर तनाव बढ़ा। मोनू मानेसर की अपील से नाराज नूंह के स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया जिसके बाद बवाल इतना बढ़ गया कि पथराव शुरू हो गया।
हत्याकांड के बाद चर्चा में आया
हरियाणा के भिवानी में लोहारू के बारवास गांव के पास एक जली हुई बोलेरो में 16 फरवरी को दो कंकाल मिले थे। मृतकों की पहचान नासिर और जुनैद के तौर पर हुई थी। इन दोनों की हत्या के बाद ही मोनू मानेसर चर्चा में आया था। वो इन दिनों फरार चल रहा है।