स्वास्थ्य विभाग की फजीहत होने के बाद चालू हुई ओ.पी.डी. व एमरजैंसी सेवाएं

punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2019 - 01:47 PM (IST)

समालखा (राकेश): शहर के सरकारी अस्पताल को हाईवे पर करीब 35 करोड़ की लागत से तैयार 100 बैड में शिफ्ट करने के मामले मे स्वास्थ्य विभाग की फजीहत होने के बाद सोमवार को 100 बैड अस्पताल में ओ.पी.डी. व एमरजैंसी सेवाएं चालू की गई। पहले दिन शाम तक डॉक्टर द्वारा मरीजों का चैकअप करने के बाद 118 के करीब ओपीडी दर्ज हुई। सबसे पहले ओपीडी गंगाराम वासी समालखा की हुई। इसके बाद जयप्रकाश पट्टीकल्याणा व रामफल किवाना की हुई। वहीं नेत्र सहायक द्वारा करीब 13-14 लोगो के आंखों की जांच की गई। इससे पहले सरकारी अस्पताल समालखा में रोजाना 250 से 300 के आसपास ओपीडी दर्ज की गई। उधर सीएमओ द्वारा सरकारी अस्पताल समालखा इंचार्ज को भेजे गए 72 घंटे का नोटिस का समय पूरा हो गया। शाम के समय भी सरकारी अस्पताल समालखा से 100 बैड अस्पताल मे सामान पहुंचाया गया। अब विभाग को हवन यज्ञ का भी इंतजार है। 

उल्लेखनीय है कि गांव मनाना वासी आजाद सिंह राठी, संदीप, सुरेन्द्र, राजेन्द्र, मनीष, बिजेन्द्र, रमेश व सुनील आदि ग्रामीणों ने बताया था कि मुख्यमंत्री के उद्घाटन के करीब 9 माह बाद भी हाईवे पर ग्राम पंचायत मनाना की करीब साढ़े 11 एकड़ में 35 करोड़ की लागत से तैयार 100 बैड अस्पताल का काम संबंधित विभागों द्वारा तकरीबन काम पूरा कर लिया गया है। जिसको लेकर पिछले दिनों एस.डी.एम. ने दौरा कर 100 बैड का अस्पताल शिफ्ट करने कहा था। इसके बाद दोबारा फिर एस.डी.एम. ने सरकारी अस्पताल समालखा के इंचार्ज को मामले से अवगत कराते हुए शिफ्ट करने के दिशा निर्देश दिए थे।

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कई बार दौरा किया। लेकिन सरकारी अस्पताल समालखा को 100 बैड अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया गया। अस्पताल को शिफ्ट करने के लिए कई बार तारीखे भी निर्धारित की गई। लेकिन इसके बाद कुछ नहीं हुआ। मामला जिला उपायुक्त के दरबार पहुंचने के बाद उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के सी.एम.ओ. शिफ्ट करने के आदेश दिए। जिसके बाद सी.एम.ओ. ने सरकारी अस्पताल समालखा के इंचार्ज को 72 घंटे का नोटिस भेजकर शिफ्ट करने को कहा। लेकिन शिफ्ट के मामले में देरी होने पर विभाग की जमकर फजीहत होने के बाद सरकारी अस्पताल समालखा से सामान को 100 बैड अस्पताल में शिफ्ट करने को लेकर तत्परता बरती गई। जिसमें काफी सामान पहुंचाया गया।

सोमवार को सुबह 72 घंटे का नोटिस का समय समाप्त होने के बाद इंचार्ज सहित डाक्टर, कर्मचारी व 100 बैड अस्पताल पहुंचे। बताया जा रहा है कि इंचार्ज व डाक्टर सहित करीब 50-55 कर्मचारियों का स्टाफ है। जबकि आऊट सोर्सिंग के करीब 59 कर्मचारी हैं। इंचार्ज ने सभी कर्मचारियों को अपने काम के प्रति ड्युटियां लगाई। हालांकि 100 बैड अस्पताल में फिलहाल 3 या 4 डॉक्टर ही तैनात है।


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Isha

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