PGIMS रोहतक का MBBS परीक्षा घोटाला, 3 सदस्यीय कमेटी आज से शुरु करेगी जांच
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 03:08 PM (IST)
रोहतक : प्रदेश के एकमात्र स्नातकोत्तर पी.जी. संस्थान पंडित बी. डी. शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्याल य (पी. जी. आई.एम. एस.) में एम.बी.बी.एस. परीक्षा घोटाले की जांच के लिए 3 मैंबरी कमेटी गठित की गई है। शुक्रवार को करनाल के कल्पना चावला राजकीय मैडीकल कॉलेज के निदेशक डा. एम. के. गर्ग के नेतृत्व में समिति अपनी जांच शुरू करेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सभी आरोपियों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा। वहीं, इस घोटाले में परीक्षा के बाद विश्वविद्यालय से उत्तर पुस्तिकाएं चुराना शामिल था। इधर राज्य अपराध जांच शाखा (सी. आई.डी.) के सक्रिय होने के बाद जिला प्रशासन ने यू.एच.एस. आर. को अपनी जांच में तेजी लाने और मामले पर त्वरित कार्रवाई के लिए जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है। वहीं, इस घोटाले को उजागर करने वाले छात्र पर हमले की आशंका है। पुलिस से सुरक्षा मुहैया करवाने की तैयारी कर रही है।
घोटाले की जांच कर रही एजैंसियों के सूत्रों ने बताया कि पुलिस मुख्य आरोपी की पृष्ठभूमि खंगाल रही है। इस मामले में विश्वविद्यालय के 2 कर्मचारी रोशन लाल और रोहित को पहले ही निलंबित किया जा चुका है जबकि आऊटसोर्स पर तैनात 3 कर्मचारियों दीपक, इंदु और रितु की सेवाएं जांच लंबित रहने तक समाप्त कर दी गई हैं। वहीं, रोहतक के डी.सी. धीरेंद्र खड़गटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने कुलपति डॉ. एच. के. अग्रवाल समेत विश्वविद्यालय के अधिकारियों से लघु सचिवालय में मुलाकात की और जांच से जुड़ी जानकारी पर चर्चा की।
सी. आई.डी. ने तलब किए अब तक जांच रिपोर्ट के इनपुट
घोटाले की जांच सी.आई.डी. करेगी। सी.आई.डी. हैडक्वार्टर ने इस बारे अपने रोहतक ऑफिस से अभी तक के इनपुट की रिपोर्ट तलब कर ली है। इसके अलावा परीक्षा घोटाले में शामिल 3 प्राइवेट कॉलेजों के एम.बी.बी.एस. एम.डी. परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र बदलने का फैसला लिया गया है। यूनिवर्सिटी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इन प्राइवेट कॉलेजों के प्रोफैसर परीक्षा दौरान ऑब्जर्वर का भी काम करते थे जिससे परीक्षा में गडबडी की संभावना बढ़ जाती है।
पेपर पास करवाने के लिए स्पैशल पैन का इस्तेमाल एक छात्र ने बताया कि पेपर पास करने के लिए एक स्पैशल पैन का इस्तेमाल किया जाता था। पैन की स्याही लिखने के बाद सूख जाती है। जिन स्टूडेंट की डील होती थी, वह उस पैन से पेपर लिखते थे। इसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं को सैंटर से बाहर भेजा जाता था। वहां हेयर ड्रायर की मदद से उत्तर पुस्तिकाओं से स्याही मिटाई जाती है। इसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं पर सही जवाब लिखकर उन्हें दोबारा सैंटर पर भेजा जाता है। अब तक की जांच में पता चला है कि ये कर्मचारी एम.बी.बी.एस. के अलावा एन.ई.ई.टी. यू.जी. और फॉरेन मैडीकल ग्रैजुएट एग्जाम में भी स्टूडेंट्स से पैसा लेकर मदद करते थे।
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