रिकवरी के लिए लड़कियां फोन करके देती थी गाली, ऐसे किया पुलिस ने गाली देने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़
punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 10:38 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): लोन रिकवरी के नाम पर कॉल सेंटर में कार्यरत महिलाओं द्वारा बदतमीजी करने, गाली गलौच करने, अश्लील वॉयस नोट भेजने और डायलर मशीन के माध्यम से लोगों को अलग-अलग नंबरों से कॉल कर परेशान करने का मामला सामने आया है। गुड़गांव पुलिस ने एक शिकायत मिलने के बाद ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए सात महिलाओं सहित आठ लोगों को काबू किया है। आरोपियों के कब्जे से 10 मोबाइल, 26 सिम कार्ड व एक डायलर मशीन और एक लैपटॉप बरामद किया है।
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पुलिस के मुताबिक, 12 सितंबर को एक महिला ने साइबर थाना ईस्ट पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि उन्हें लोन रिकवरी एजेंट का फोन आया था। फोन कॉल पर लोन रिकवरी के लिए बदतमीजी, गाली-गलोच और ऑटो कॉल करने के लिये ऑटो डायलर मशीन के माध्यम से बार-बार अलग अलग नंबर से ऑटो कॉल करके प्रताड़ित करने की शिकायत दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 16 सितंबर को दिल्ली के डाबड़ी इलाके में एक कॉल सेन्टर पर रेड करके 8 आरोपियों को काबू किया गया। आरोपियों की पहचान उत्तम नगर दिल्ली निवासी गजाला परवीन (उम्र-20 वर्ष, शिक्षा-12वीं), नजफगढ़ दिल्ली निवासी ईशा वर्मा (उम्र-24 वर्ष, शिक्षा-बी.ए.), डाबड़ी गांव दिल्ली निवासी कहकशा बानो (उम्र-26 वर्ष, शिक्षा बी.ए.), नांगली विहार, दिल्ली निवासी मौरिस सिन्हा (उम्र-26 वर्ष, शिक्षा-बी.ए.), सेक्टर-15 द्वारका दिल्ली निवासी मुकेश चौहान (उम्र-35 वर्ष, शिक्षा-12वी ), महावीर एन्कलेव दिल्ली निवासी रीना बिष्ट (उम्र-28 वर्ष, शिक्षा-12वीं), रघु नगर डाबड़ी दिल्ली निवासी रोशनी (उम्र-27 वर्ष, शिक्षा-बी.ए.), सागर पुर दिल्ली निवासी रोज़ी (उम्र-23 वर्ष, शिक्षा-12वी) के रुप में हुई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इस कॉल सेंटर का संचालक आरोपी मुकेश चौहान है। मुकेश चौहान इस कॉल सेंटर को पिछले करीब 2 वर्षों से संचालित कर रहा है। आरोपी मुकेश चौहान इस कॉल सेंटर के व कॉल सेंटर में काम करने वाली महिलाओं के माध्यम से बैंक से लोन लेने वाले व्यक्तियों को कॉल करके बैंक लोन रिकवरी करते है। आरोपी मुकेश चौहान के बताए अनुसार कॉल सेंटर में काम करने वाले उपरोक्त आरोपी लोगों को फोन के माध्यम से सम्पर्क करते हैं और जिन लोगों ने कभी लोन लिया था या लोन लेने वाले व्यक्तियों के रिश्तेदारों को बार-बार फोन करते हैं और गालियां देते है तथा अश्लील वॉयस नोट्स भेजते हैं। जो लोग इनकी बातें नहीं मानते है तो उनको ऑटो डायलर मशीन (विभिन्न सिम कार्ड क्षमता वाला यंत्र) के माध्यम से अलग-अलग फोन नंबरों से ऑटो-कॉल करके मानसिक रूप से प्रताड़ित करके आमजन के जीवन को प्रभावित करने का काम करते हैं।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी मुकेश प्रत्येक लोन रिकवरी पर बैंक से 17% कमीशन प्राप्त करता है व कॉल सेंटर में काम करने वाली आरोपी महिलाओं को प्राप्त होने वाली लोन रिकवरी के रुपयों में से 3% कमीशन देता है तथा साथ 15 हजार रुपए प्रति माह सैलरी देता है। उपरोक्त अभियोग में भी उपरोक्त आरोपियों ने शिकायतकर्ता व उसके परिवार को बार-बार फोन करके परेशान किया व शिकायकर्ता व उसके परिवार की महिलाओं को अभद्र वॉयस नोट भेजकर परेशान किया, जबकि शिकायकर्ता के परिवार ने कोई लोन नहीं ले रखा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।