गरीब-दलित-पिछड़ों की आवाज बनकर आगे चल रहे हैं राहुल : गीता भुक्कल
punjabkesari.in Wednesday, Dec 28, 2022 - 04:40 PM (IST)
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस की कद्दावर विधायक गीता भुक्कल ने कहा है कि इतने बड़े कद के नेता इतनी बड़ी 3570 किलोमीटर की यात्रा गाड़ियों में नहीं पैदल कर रहे हैं, इससे दुनिया में हलचल मच गई है। केवल हर बात राजनीतिक लाभ के लिए नहीं होनी चाहिए, यह केवल कांग्रेस का ही कार्यक्रम नहीं है, इसमें बहुत सी सार्वजनिक संस्थाएं- बुद्धिजीवी लोग- आमजन मानस- कर्मचारी- व्यापारी- गरीब- दलित- पिछड़ों की आवाज बनकर राहुल आगे चल रहे हैं। लोकतंत्र को मजबूत करने का काम राहुल ने किया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार चुने हुए नुमाइंदों की आवाज को बंद कर रही है। राहुल की यात्रा को लेकर आम जनमानस बेहद खुश है।
इस सरकार में हर वर्ग परेशान है : गीता भुक्कल
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हरियाणा में पहले चरण में अथाह भीड़ -अथाह प्रेम मिला ना केवल कांग्रेसी बल्कि भाजपा के भी बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल थे, इससे गठबंधन के दोनों दल परेशान हैं। 2 साल बाद चुनाव होने के बावजूद सरपंचों की पावर पर तलवार लटकी है। विधायकों की पावर काटी जा रही है। किसान खुश नहीं है बच्चे अभिभावक और अध्यापक धरने पर हैं। स्कूल मर्ज किए जा रहे हैं यानी अनुसूचित जाति- पिछड़ा वर्ग- पूर्व कर्मचारी- विकलांगों के आरक्षण को बैकडोर से खत्म करने की एक बड़ी साजिश रची जा रही है। भाजपा अपने मेनिफेस्टो से -अलग एजेंडे के चलते धर्म- जाति और बिरादरी के नाम पर राजनीति कर रही है। रेगुलर रोजगार देने के वादे से आई सरकार अब कौशल रोजगार निगम के तहत नौकरियां दे रही है। मार्केटिंग बोर्ड समाप्त किए जा रहे हैं। किसानों को एमएसपी नहीं मिल पा रहा। भुक्कल ने कहा कि सरकार को शिक्षा-चिकित्सा की ओर ध्यान देना चाहिए। राहुल की यात्रा में जिस प्रकार से सड़क के हालात थे, इससे प्रदेश की बदनामी हुई है। बिजली की हालत बुरी है। कोई भी डायरेक्टर रेगुलर नहीं है। नए कॉलेज में स्टाफ नहीं है यानी सरकार की परफॉर्मेंस ज्यादा अच्छी नहीं है। फैक्ट्री- इंडस्ट्री- बर्बाद होने के कगार पर है। ला एंड आर्डर बद से बदतर है। जनता परेशान है और कांग्रेस राज को याद कर रही है।
चिकित्सा और मेडिकल चिकित्सा को सस्ता करना सरकार का दायित्व : गीता भुक्कल
गीता भुक्कल ने चल रहे सेशन से संतुष्टि ना जताते हुए कहा कि स्वच्छ पेयजल, खेतों में जलभराव, अनुसूचित वर्ग के बच्चों के स्कॉलरशिप का मामला, आरटीई के तहत बच्चों को ना मिल पा रही शिक्षा, ओल्ड पेंशन स्कीम, एमबीबीएस वालों के लिए बनाई गई बांड पॉलिसी को लेकर हमने आवाज उठाई, हमने कॉलर टेंशन मोशन लगाए, लेकिन रिजेक्ट कर दिए गए। चिकित्सा की सस्ती शिक्षा लेेेने के लिए हरियाणा से 2000 तथा पूरेे देश से 20000 बच्चे यूक्रेन में गए। मेरा मानना है कि मेडिकल लेने वाले बच्चों को ही स्कॉलरशिप देनी चाहिए। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की बंपर करनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने खुद मुख्यमंत्री को बॉन्ड पॉलिसी को डिलीट करने की बात लिखी, लेकिन सरकार जिद पर पड़ी हुई है जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गीता भुक्कल ने कहा कि 2019 में सरकार द्वारा हर विधायक को 5 करोड रुपए सालाना एमपी लेड की तर्ज पर एमएलए लेड देने का पत्र लिखा, लेकिन आज तक इस पत्र पर कोई अमल नहीं हुआ। इस बारे वह मुख्यमंत्री से भी मिले और उन्हे कहा कि अगर आप नहीं देना चाहते तो मत दे।उन्होंनेे बताया कि एक विधायक अपनेे क्षेत्र में पीने के पानी, स्कूल, चौपाल इत्यादि जैसे कार्यों को अपने स्तर पर करवा सकता है, केवल बजट की जरूरत है। लेकिन सरकार ने इस पर कोई गौर नहीं दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री व भाजपा और कांग्रेसी विधायकों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
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