कोहरे के सामने बुरी तरह लडख़ड़ाया रेल यातायात

punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2019 - 12:15 PM (IST)

सोनीपत(स.ह.): दिल्ली-अम्बाला रेलमार्ग पर सोमवार को कोहरे का सबसे बड़ा असर देखा गया। कोहरे के कारण पैसेंजर ट्रेन जहां अपने समय से 2 घंटे की देरी से चली तो वहीं लंबी दूरी की ट्रेन भी 40 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन पर रेंगती रही। कोहरे का ही असर है कि बीती रात को 18309 जम्मूतवी एक्सप्रैस 30 घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची।

 दिल्ली-अम्बाला रेलमार्ग पर भले ही कुछ समय से ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए गए हों, लेकिन कोहरे के सामने टे्रनों का सही समय पर परिचालन करना रेलवे के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने जो फॉग सिस्टम का इस्तेमाल करने की बात कही थी वह भी बढ़ते कोहरे के सामने फेल होते नजर आ रहे हैं। कोहरे का असर सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग पर भी देखा गया। जहां ट्रेन अपने निर्धारित समय से 2 घंटे 30 मिनट की देरी से स्टेशन पर पहुंची। 

देरी से चलने वाली ट्रेन
64002 पैसेंजर ट्रेन 1 घंटा 35 मिनट, 64470 पैसेंजर महिला स्पैशल 1 घंटा 30 मिनट, 64462 पैसेंजर 1 घंटा 30 मिनट, 64452 पैसेंजर ट्रेन 1 घंटा 20 मिनट, 74030 पैसेंजर ट्रेन 2 घंटे 35 मिनट, 11057 अमृतसर एक्सप्रैस 5 घंटे, 15707 आम्रपाली एक्सप्रैस 7 घंटे, 64464/65 पैसेंजर ट्रेन 1 घंटा 40 मिनट, 11901 गीता जयंती एक्सप्रैस 2 घंटे, 12919 मालवा एक्सप्रैस 7 घंटे, 12925 पश्चिम एक्सप्रैस 4 घंटे 30 मिनट,11077 झेलम एक्सप्रैस 2 घंटे, 18101 जम्मूतवी लिंक एक्सप्रैस 6 घंटे 20 मिनट, 18309 जम्मूतवी एक्सप्रैस 6 घंटे व 12311 कालका मेल 6 घंटे की देरी से चली।  

दीपक कुमार, सी.पी.आर.ओ. उत्तर रेलवे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षित यात्रा करवाना ही रेलवे की प्राथमिकता है। कुछ क्षेत्रों में कोहरे का ज्यादा असर है, ऐसे में टे्रनों की  रफ्तार को धीमा किया गया है। कुछ दिन बाद टे्रनों को उनके सही समय पर परिचालन कर दिया जाएगा। रेलवे के नियमों के मुताबिक स्टेशन पर कैंटीन को बंद किया गया है, जिसे जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। 
    


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Edited By

vinod kumar

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