अविश्वास प्रस्ताव पर बागी पार्षदों के दावों की निकली हवा, तीसरी बार भी हुआ रद्द

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:42 AM (IST)

कैथल (महीपाल/ गौरव): अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिला परिषद कार्यालय में सुबह से ही गहमा-गहमी का माहौल बना हुआ था और सभी की निगाहें चेयरपर्सन की कुर्सी को हिलाने का दावा करने वाले बागी पार्षदों पर टिकी हुई थीं कि आखिरकार बागी पार्षदों की जुगलबंदी क्या गुल खिलाएगी। जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उठी चिंगारी अविश्वास प्रस्ताव गिरने से बुझ गई और साथ ही अविश्वास प्रस्ताव पर बागी पार्षदों दावों की हवा भी निकल गई। पहले की तरह 2 बार अविश्वास प्रस्ताव गिरने का सिलसिला तीसरी बार भी जारी रहा। "

मामले की नजाकत को भांपते हुए कार्यालय के बाहर पुलिस बल तैनात रहा और अविश्वास प्रस्ताव शांतिपूर्वक रहा। जि.प. चेयरमैनी की सरदारी कायम रहने पर चेयरपर्सन सुखविंद्र कौर आंधली व वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ ने अविश्वास प्रस्ताव गिरने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, प्रदेश महामंत्री अधिवक्ता वेदपाल, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कृष्ण बेदी व भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर सहित जिला पार्षद रिंपी भागल, इंद्र पाई, बबली चंदाना, रवि तारावाली, रतिराम, राजेश राणा व अन्यों का धन्यवाद किया।

जनभावनाएं बरकरार रही : अशोक गुर्जर 
संगठन व पार्टी बड़ी मजबूती के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ खड़ी थी और प्रस्ताव गिरने के साथ ही जनभावनाएं बरकरार रही। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर ढांड ने कहा कि परिषद में शुरू से ही भाजपा समॢथत व समॢपत चेयरमैन व वाइस चेयरमैन थे। पहले भी 2 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और इस बार भी पहले की तरह हाल हुआ है।  

अब एक वर्ष तक नहीं आ सकता अविश्वास प्रस्ताव
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कुल 21 पार्षदों में से विरोधी खेमे को 14 तो सत्तापक्ष को अपनी कुर्सी कायम रखने के लिए 8 पार्षदों का समर्थन जरूरी था। अब क्यूंकि कोई भी पार्षद सदन में नहीं आया और इसके चलते अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। ऐसी सूरत में अब एक वर्ष तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता जिसका अब सीधा अर्थ यह है कि चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन की कुर्सी को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि जिला परिषद का चुनाव 2021 जनवरी में होगा। 

14 पार्षदों ने सौंपा था ज्ञापन
बता दें कि गत 18 नवम्बर को लगभग 14 पार्षदों ने जिला परिषद चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन के विरुद्ध डी.सी. के नाम एक ज्ञापन अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्डा को उनके कार्यालय में सौंपा था जिसमें पार्षदों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन व बयान हलफिया सौंपा था जिनमें वार्ड-1 से सुदेश रानी, वार्ड 2 से अंजु जागलान, वार्ड-3 से संदीप कोटड़ा, वार्ड-4 से पताशो देवी, वार्ड-5 से सुमन, वार्ड-6 से शकुंतला देवी, वार्ड-7 से सुदेश, वार्ड-8 से मुसिया, वार्ड-10 से रेणु बाला, वार्ड-12 से भाग सिंह खनौदा, वार्ड-13 से सुरजीत, वार्ड-14 से नीलम देवी, वार्ड-19 से मंजू देवी, वार्ड-20 से कमलेश शामिल रहे।

सभी पार्षदों का सहयोग मेरे साथ : चेयरपर्सन
जिला परिषद चेयरपर्सन सुखविंद्र कौर आंधली ने कहा कि सभी पार्षद उनके पारिवारिक सदस्य व परिवार समान हैं तथा सभी पार्षदों का सहयोग उनके साथ है जो किसी भी पार्षद का अविश्वास प्रस्ताव के दौरान न आने से साबित भी हो गया है। जहां तक समान रूप से ग्रांट बांटने व विकास कार्य करवाने की बात है तो न पहले भेदभाव किया है और न ही आगे किया जाएगा। सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य हों उनकी यही प्राथमिकता रही है। 

सच्चाई की हमेशा जीत होती है : कठवाड़ 
जिला परिषद के वाइस चेयरमैन मुनीष कठवाड़ ने बातचीत करते हुए कहा कि विकास व विश्वास की जीत हुई और अहंकार व झूठ की लीला की हार हुई है। सच्चाई की हमेशा जीत होती है। कैथल विधायक को यह समझ लेना चाहिए कि जो भी पार्टी व संगठन से ऊपर होकर काम करता है, उसे मुंह की खानी पड़ती है। विधायक ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे जो षड्यंत्र रचा था, वह बेनकाब हो गया है।  2

पार्षदों की दगाबाजी के कारण गिरा अविश्वास प्रस्ताव : जागलान 
वार्ड-2 की जिला पार्षद अंजू जागलान व वार्ड-12 से पार्षद भाग सिंह खनौदा ने कहा कि 13 पार्षदों का बहुमत अभी भी उनके साथ है तथा 2 पार्षदों द्वारा ऐन मौके पर दगाबाजी करने के कारण अविश्वास पेश नहीं हो पाया। आगे भी विकास कार्यों की ग्रांट में मनमर्जी नहीं चलने दी जाएगी तथा अपने हिसाब से सदन में विकास कार्यों को लेकर बराबर की ग्रांट मुहैया करवाई जाएगी। जिन पार्षदों ने ए.डी.सी. को अविश्वास प्रस्ताव का पत्र लाने का हलफियानामा सौंपा था, उनमें से सुदेश व एक अन्य पार्षद को छोड़कर सभी पार्षद आज भी एकजुट हंै। 


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Isha

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