युद्धस्तर पर होगा बाढ़ से टूटी सड़कों की मरम्मत का काम, जलभराव वाले स्थानों पर बनेंगी स्थाई पुलियां : दुष्यंत चौटाला

punjabkesari.in Monday, Jul 17, 2023 - 09:47 PM (IST)

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि बाढ़ के कारण 148 जगहों पर पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़कों को नुकसान पहुंचा है। इन सड़कों को दुरुस्त करने के लिए करीब 230 करोड़ का बजट बनाया गया है और इन सड़कों की तेजी से मरम्मत करने के लिए एक कमेटी का भी गठन कर दिया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जहां बाढ़ का पानी सड़कों पर भरा हुआ है, उनकी समीक्षा अभी करनी बाकी है लेकिन कहीं भी फ्लाईओवरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि जहां बाढ़ के कारण सड़कों में कटाव आया है, वहां स्थाई पुलियों का निर्माण करवाया जाएगा ताकि भविष्य में सड़क नेटवर्क बाढ़ से प्रभावित न हो। वे सोमवार को यहां पत्रकारों से रूबरू थे।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बाढ़ के कारण अब तक प्रदेश में करीब 1350 गांव प्रभावित हुए है। उन्होंने कहा कि यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि घग्गर नदी का जल स्तर ज्यादा है इसलिए अभी सिरसा जिले को मॉनिटर किया जा रहा है और एहतियात के तौर पर सभी प्रबंध कर लिए गए है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि टूटे बांधों को सही किया जा रहा है। अंबाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत में बाढ़ का पानी करीब-करीब उतर चुका है। डिप्टी सीएम ने कहा कि उत्तर हरियाणा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र अंबाला में पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि पानीपत में यमुना नदी दो जगह से टूटी थी, इन बांधों को सही कर दिया गया है। करनाल में भी दो जगह से यमुना टूटी थी, इसमें से एक बांध को ठीक कर दिया है और दूसरे का काम जारी है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फरीदाबाद में यमुना में बाढ़ का पानी वापस जा रहा है लेकिन पलवल में बहाव अभी तेज है और यहां नाव की सहायता से बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा रही है। 

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बाढ़ के कारण पशुपालकों के नुकसान की भरपाई के लिए दुधारू पशु और बिना दुधारू पशुओं की श्रेणी बनाई गई है। इसके लिए जिला उपायुक्त रिपोर्ट तैयार करके भेजेंगे। घर के नुकसान की भरपाई के लिए बाढ़ पीड़ितों को एक लाख 20 हजार रुपए तक की मदद की जाएगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बाढ़ के कारण मृतकों के पीड़ित परिवारों को चार लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को मृतकों के परिवार के सदस्यों की बैंक खाता संख्या लेकर तुरंत मुआवजा ट्रांसफर करने के आदेश दे दिए है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फसलों के नुकसान की भरपाई का आंकलन किया जाएगा। जहां 100 प्रतिशत फसलों के नुकसान की रिपोर्ट आएगी, वहां तुरंत किसानों के खातों में 15 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा ट्रांसफर कर दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र से हरियाणा को बाढ़ग्रस्त राज्यों के अनुरूप राहत मांगेंगी और इसके लिए राज्य सरकार जल्द केंद्र को प्रपोजल भेजेगी।

बाढ़ को लेकर विपक्ष के आरोपों पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है, हमारी जिम्मेदारी बाढ़ से निपटने की बनती है, जिस पर सरकार और अधिकारी मिलकर फील्ड में युद्धस्तर पर लगे हुए है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के इतिहास में बाढ़ रिकवरी का इतनी तेजी से कभी काम नहीं हुआ है। इसमें चाहे साल 1973-74, 1996, 2006 में आई बाढ़ का इतिहास उठा कर देख लें। उन्होंने कहा कि पहले जब कभी भी यमुना नदी का बांध टूटता था तो महीनों तक बाढ़ का पानी नहीं निकलता था लेकिन मौजूदा सरकार ने तुरंत बांधों को सही किया है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आने वाले समय में पुराने बांधों को मजबूत करने के लिए सरकार और ज्यादा बजट का प्रावधान करेगी।

एनडीए की बैठक में शामिल होगी जननायक जनता पार्टी

मंगलवार को दिल्ली में होने वाली एनडीए की बैठक के सवाल पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बैठक में जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला और पार्टी के एक अन्य सदस्य हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए द्वारा बैठक करना अच्छी बात है क्योंकि अगला वर्ष चुनावी साल है इसलिए बेहतर तालमेल के लिए यह बैठक जरूरी है। दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि बीजेपी-जेजेपी ने प्रदेश में विकास के पॉजिटिव विजन और स्थाई सरकार देने के लिए गठबंधन किया है। गठबंधन को लेकर हमारे मन में कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव में गठबंधन आगे कैसे बढ़ेगा, इस पर दोनों दलों का नेतृत्व विचार-विमर्श करेगा और यह भविष्य की बात है। विपक्षी दलों की बैठक पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछली बैठक में शामिल हुए दो नेताओं ने इस बैठक में भाग नहीं लिया है। अगर इस तरह से विपक्ष एक होकर धीर-धीर बिखर रहा है तो ये विपक्षी दलों का गठबंधन कमजोर होना दर्शाता है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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