शैलजा को विधानसभा चुनाव लड़कर आगे आना चाहिए : किरण चौधरी
punjabkesari.in Monday, Dec 18, 2023 - 03:16 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : कुमारी शैलजा द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने की बात सामने आने के बाद से बहुत से कांग्रेसियों को परेशानी होना लाजमी थी और उन्हें (शैलजा को) अवश्य ही विधानसभा चुनाव लड़कर आगे आना चाहिए, यह बात कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री- पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी ने पंजाब केसरी से विशेष बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने एक तरफ तो यह कहा कि कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं को एक साथ मिलकर कांग्रेस के लिए लड़ाई लड़नी चाहिए, वहीं दूसरी तरफ परोक्ष रूप से कुछ नेताओं पर उन्होंने आरोप मंडते हुए यह तक भी कहा कि वह भाजपा के लिए कांग्रेस में रहकर काम कर रहे हैं। हालांकि किरण चौधरी बेहद सकारात्मक विचारधारा की नेत्री मानी जाती है। हर परिस्थिति में बेहद मजबूती से खड़ी रहने तथा अपने राजनीतिक विरोधियों को भी करारा जवाब समय-समय पर किरण चौधरी देती रही हैं। उन्होंने साफ कहा कि वह गुटबाजी में बिल्कुल विश्वास नहीं करती, क्योंकि इसका नुकसान पार्टी को अवश्य होता है। इसलिए मिल-जुलकर सभी को एक होकर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना चाहिए और भी उनसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत हुई, कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत है :-
प्रश्न : तीन प्रदेशों में भाजपा की सरकार प्रचंड बहुमत से बनी, जबकि राजस्थान में तो कांग्रेस को भारी उम्मीदें थी। क्या इन चुनाव परिणामो का असर हरियाणा की राजनीति पर पड़ेगा ?
उत्तर : देखिए इन सभी बातों पर मंथन होगा और कमियों को दूर किया जाएगा। हालांकि हमारी सरकार ने राजस्थान में काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। किसी प्रकार की कोई कमियां नहीं थी और ना ही एंटी इनकम्बेंसी थी। लेकिन वहां हमेशा एक तरह का प्रचलन रहा है कि सरकार को हर बार बदलना है। हालांकि हमने सोचा था कि इतना काम करने के बाद तो यह प्रथा अवश्य टूटेगी लेकिन वहां जातिगत विचारधारा भी काफी हावी है और यही सब हुआ। इसमें केंद्रीय नेतृत्व को संज्ञान लेना होगा।
प्रश्न : कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को लेकर आपकी क्या टिप्पणी है या फिर यहां गुटबाजी है ही नहीं, सभी कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हैं ?
उत्तर : हम लोग गुटबाजी में विश्वास नहीं रखते लेकिन जो लोग इसमें विश्वास रखते हैं यह बात वही जाने। उन्हें खम्याजा भी भुगतना पड़ेगा। लेकिन हम अपने लोगों में लगातार जा रहे हैं। सभी जगह हमारे कार्यकर्ता मौजूद हैं। हमें उन्हें संभावना तो है ही। उनकी आवाज उठाने का हमारा हमेशा प्रयास रहा है। प्रदेश में तीन-चार सीनियर नेता मौजूद हैं, यह सभी मिलजुलकर काम करें तो यह अच्छी बात होगी। किसी प्रकार का पार्टी को नुकसान ना हो इसलिए ही हम लोगों को संभालने के लिए जाते हैं।
प्रश्न : आखिर यह तीन चार वरिष्ठ नेता कौन-कौन है, कृपया बताएं ?
उत्तर : मैं किसी का नाम क्या लूं आप सब जानते हैं।
प्रश्न : कुमारी शैलजा के विधानसभा चुनाव लड़ने की बात सामने आने के बाद एक धड़े में काफी परेशानी बनी हुई है, इस पर आपका क्या कहना है ?
उत्तर : परेशानी तो होनी ही है, यह तो बात लाजमी थी। लेकिन विधानसभा चुनाव उनके द्वारा लड़ना एक अच्छी बात है। उन्हें चुनाव लड़कर आगे आना चाहिए।
प्रश्न : चौ. बंसीलाल और चौ0 सुरेंद्र सिंह की एक बड़ी धरोहर है आपके पास वोट बैंक के रूप में, उन्हें संगठित और संजोकर रखने के लिए आपके पास क्या रणनीति है ?
उत्तर : हमने अपने स्तर पर पूरी तरह से सभी कार्यकर्ताओं को संगठित रखा हुआ है। हमने बड़ी-बड़ी रैलियां भी की हैं। अपने क्षेत्र में हमने एक बड़ी विशाल रैली की, जिसमें हमने दूसरे क्षेत्रों से लोग नहीं बुलाए। ढो ढोकर लोगों को ले जाने वाला काम हमने नहीं किया। हमारे लोग वहीं पर खुद आते हैं और उसी से लाभ पार्टी को होगा। दूसरे क्षेत्रों से लोगों की भीड़ इकट्ठा करने की रणनीति केवल एक दिखावा है। हमारे द्वारा किए गए महिला सम्मेलन जैसा आज तक शायद हरियाणा में कभी नहीं हुआ। नागल चौधरी में हमने एक विशाल रैली की। हम लगातार लोगों के बीच में रहते रहे हैं। लोगों की आवाज उठाने वाले हम लोग हैं। हमें किसी प्रकार का लोभ लालच नहीं है। जनता का काम और कार्यकर्ता का मान सम्मान हमारी प्राथमिकता है और उसी के लिए हम लड़ाई लड़ते हैं। लेकिन अगर कोई यह सोचेगा कि इन्हें पुश करके हम बाहर कर देंगे तो हम ऐसा कतई नहीं होने देंगे।
प्रश्न : मध्यप्रदेश और राजस्थान में ग्रुपबाजी होने का नुकसान कांग्रेस को हुआ, क्या ऐसी खींचतान से हरियाणा के चुनावों में नुकसान नहीं होगा ?
उत्तर : हम कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते हैं जो लोग भाजपा के लिए काम कर रहे हैं, यह बात उन्हें समझ में आनी चाहिए।
प्रश्न : जहरीली शराब और शराब तस्करी मामले में आपका काफी बड़ा अध्ययन है, इस मामले को लेकर शीतकालीन सत्र में आपकी क्या तैयारी है ?
उत्तर : खाली विरोध करने में हम विश्वास नहीं रखते। मेरा मानना है कि सही तरीके से एस आई टी की रिपोर्ट पर अध्ययन करके कार्रवाई की जाए तो इसके अच्छे रिजल्ट आएंगे। तभी यह स्थिति ठीक हो पाएगी। यह सरकार का दायित्व है कि तस्करी को रोका जाए। खुद एसआईटी रिपोर्ट ने कहा कि सात आठ प्रदेशों में हरियाणा की शराब पकड़ी गई है। बहुत से लोग भी पकड़े गए हैं। खुद एसआईटी ने माना कि अगर इस पर पूरा खुलासा किया जाएगा तो इसमें पता नहीं क्या-क्या सामने आएगा। इस प्रकार के कार्यों पर अंकुश लगाना सरकार का दायित्व और कार्य है।
प्रश्न : आखिर शराब तस्करी पर कंट्रोल कैसे किया जा सकता है, आपका क्या मानना है ?
उत्तर : सरकार की मंशा सही होगी तो सब कुछ मुमकिन है।
प्रश्न : इसमें आप कसूरवार किसे मानते हैं भाजपा को जेजेपी को या गठबंधन सरकार को ?
उत्तर : सरकार तो सरकार होती है चाहे गठबंधन हो या ना हो। यह पूरी जिम्मेदारी सभी पर पड़ेगी। इससे पल्ला नहीं झाडा जा सकता। यह सरकार का दायित्व है कि इस पर कंट्रोल क्यों नहीं हो रहा।
प्रश्न : शीतकालीन सत्र में आपके क्या-क्या मुद्दे रहेंगे ?
उत्तर : मैं बहुत मेहनत करती हूं और बहुत मेहनत से पेपर उठा उठा कर घूमती हूं। लोगों के मसले मुझ तक पहुंचते हैं और सत्र खत्म होते ही मैं अगली कार्रवाई में लग जाती हूं। हमारे पास इस बार बहुत से अहम मुद्दे हैं। बेरोजगारी- बिजली पानी के मुद्दे, किसानों से जुड़े हुए बहुत से मुद्दे हैं। खासतौर पर एमएसपी एक बड़ा मुद्दा है। जिस वक्त तीन काले कानून सरकार ने वापस लिए और किसान आंदोलन को हटाया तो कहा गया था कि एमएसपी को वैधिक दर्जा दिया जाएगा, उसी से किसान आगे बढ़ सकेगा। लेकिन सरकार ने मात्र यह स्लोगन दिए कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर दी जाएगी। जबकि 2023 भी बीत गई। लेकिन किसान की हालत जितनी अधिक दयनीय अब है पहले कभी नहीं हुई। आखिर एमएसपी को वैधिक दर्जा क्यों नहीं दिया गया, जबकि हरियाणा एक कृषि प्रधान प्रदेश है और हरियाणा की उन्नति कृषि पर आधारित है। सरकार को केंद्र के पास सिफारिश भेजनी चाहिए ताकि उनकी मंशा साफ हो सके कि यह किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। मेरी कोशशें जारी रहेगी, मैं जनहित के मुद्दे उठाती रहूंगी।