उम्र की सीमा को पीछे छोड़ शिव कुमार ने किया कमाल, राष्ट्रीय खेलों में जीते 2 मैडल

punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2020 - 12:10 PM (IST)

भिवानी: बेहतर शारीरिक फिटनैस व स्वास्थ्यवर्धक खान-पान किसी भी व्यक्ति को अच्छी फिटनैस देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बेहतर फिटनैस के बल पर किसी भी आयु वर्ग में खेल को कायम रखने में मैडल जीते जा सकते हैं। भिवानी के शिव कुमार 45 से ऊपर आयु वर्ग के राष्ट्रीय खेलों में 2 मैडल जीतकर फिटनैस साबित कर चुके हैं। उन्होंने 7 से 11 फरवरी तक पंचकूला में हुई ऑल इंडिया मास्टर्स एथलैटिक्स प्रतियोगिता के हैमर थ्रो में सिल्वर मैडल व जैवलिन थ्रो में ब्रांज मैडल जीतकर यह साबित किया है कि कोई भी व्यक्ति बेहतर फिटनैस के बल पर बड़ी उम्र में भी भली प्रकार से खेल सकता है।

भिवानी में मैडल लेकर लौटने पर उनका फू लमालाओं से स्वागत किया गया। शहर के किरोड़ीमल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में बतौर प्रिंसीपल के पद पर कार्यरत शिव कु मार को पहले जहां एक अच्छे शिक्षक के तौर पर जाना जाता था, वहीं अब उनकी नई पहचान एक फिटनैस आईकॉन के रूप में बन गई है। वे लम्बे समय तक हैमर व जैवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करते रहे हैं, जिसके बूते उन्हें राष्ट्रीय खेलों में 2 मैडल प्राप्त हुए हैं। इसके बारे में शिव कु मार बताते हैं कि उन्होंने ऑल इंडिया मास्टर्स एथलैटिक्स प्रतियोगिता के 45 प्लस कैटेगरी में भाग लिया था।

इस प्रतियोगिता में देश भर से 3 हजार के लगभग विभिन्न आयु वर्ग के खिलाड़ी हिस्सा लेने पहुंचे थे। जिनमें न केवल शिक्षा विभाग, आर्मी, पुलिस, ओ.एन.जी.सी. बल्कि किसी भी विभाग में काम न करने वाले सामान्य नागरिक भी इस प्रतियोगिता में हिस्सेदार बने थे। मास्टर एथलीट प्रतियोगिता का आयोजन अधिक आयु वर्ग के लोगों की फिटनैस को बेहतर बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है, जिसमें कोई भी अधिक आयु वर्ग का आम नागरिक हिस्सा ले सकता है।

अध्यापक शिव कु मार की इस उपलब्धि से अधिक आयु वर्ग के उन लोगों को प्रेरणा मिलेगी, जो ये मानते हैं कि अधिक उम्र में खेलने से शरीर को नुक्सान हो सकता है। जबकि शिव कु मार इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि शरीर फिटनैस को कायम रखने में उम्र कोई बड़ी बाधा पैदा नहीं करता। 
 


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Isha

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