कार में बैठाकर की भ्रूण जांच, गर्भ में बताया बेटा, सोनीपत की टीम ने आरोपियों को दबोचा
punjabkesari.in Tuesday, Jul 09, 2024 - 02:47 PM (IST)
सोनीपत (सन्नी मलिक ): गाजियाबाद के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के पुल के नीचे कार में सोमवार को भ्रूण लिंग जांच करने का मामला सामने आया है। सोनीपत की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई कर आरोपी महिला दलाल को काबू कर लिया। आरोपी महिला गाजियाबाद के संजय नगर में ब्लड कलेक्शन सेंटर चलाती है। आरोपी महिला से 500 रुपये बरामद हुए हैं। अल्ट्रासाउंड करने वाला आरोपी चालक अपनी गाड़ी सहित भाग निकला।
सिविल सर्जन डॉ. जयकिशोर ने उन्हें पकड़ने के लिए टीम का गठन किया। टीम में पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. सुमित कौशिक, डॉ. जितेंद्र शर्मा व डॉ. सुनील छिक्कारा को शामिल किया, साथ ही अल्ट्रासाउंड कराने के लिए महिला डिकॉय को तैयार किया गया। महिला डिकॉय का फोन पर संपर्क गाजियाबाद निवासी मीनाक्षी उर्फ मीनू त्यागी से हुआ।
भ्रूण लिंग जांच कराने के लिए दलाल मीनाक्षी व डिकॉय के बीच 16 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। पहले उसने महिला डिकॉय से 35 हजार रुपये मांगे थे। उसने महिला डिकॉय को गाजियाबाद बुलाया।
आरोपी महिला मीनाक्षी गाजियाबाद से सोमवार को उसे गाड़ी में बैठाकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर पहुंची। वहां उसने गाड़ी रुकवाने के बाद वह महिला डिकॉय को साथ लेकर पुल के नीचे चली गई। पुल के नीचे एक सेंट्रो कार खड़ी थी। उस दौरान कार के अंदर एएम गौड़ नाम के युवक ने बिना किसी कागजी कार्रवाई के महिला का अल्ट्रासाउंड किया और गर्भ में बेटा बताया। इसके तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पुल के नीचे पहुंची। आरोपी चालक गाड़ी सहित भाग गया। टीम ने आरोपी महिला दलाल को काबू कर लिया और उसके पास से 500 रुपये बरामद किए। टीम ने आरोपी महिला दलाल मीनाक्षी को पुलिस को सौंपकर गाजियाबाद के मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
मामले में जानकारी देते हुए सोनीपत की पीएनडीटी अधिकारी डॉक्टर सुमित ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई थी जिसमें गाजियाबाद में अभी भी लड़का और लड़के होने की जांच की बात सामने आई थी। सूचना के आधार पर गर्भवती महिला को भेजा गया था। 35 हजार में तय हुआ था, लेकिन 16 हजार में जांच की गई है।