बहादुरगढ़ में श्री श्री राधा मदन गोपाल जी मंदिर है बेहद खास, जन्माष्टमी मनाने दूर-दूर से पहुंच रहे हैं श्रद्धालु
punjabkesari.in Thursday, Sep 07, 2023 - 02:24 PM (IST)

बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़) : आज जन्माष्टमी है, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव। बहादुरगढ़ में भी जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा हुआ है। बाजारों में खासी भीड़ जन्माष्टमी की खरीदारी में उमड़ी हुई है। मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। हर कोई कान्हा के झूले को झुलाने को आतुर नजर आता है। शहर में इस्कॉन द्वारा स्थापित श्री श्री राधा मदन गोपाल जी मंदिर में जन्माष्टमी की छटा बेहद निराली है। भगवान श्री कृष्ण की मनमोहक प्रतिमा को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। छोटे से पालने में बाल रूप में भगवान कृष्ण को विराजमान किया गया है। पालने को झुलाने के लिये हर उम्र के महिला और पुरूषों में उत्सुकता और प्रेम का भाव झलकता साफ देखा गया है।
इस्कॉन द्वारा स्थापित यह मंदिर बेहद खास है। दूर-दूर से श्रद्धालु यहां जन्माष्टमी महोत्सव मनाने पहुंचते हैं। मंदिर के पुजारी चन्द्र चारु दास ने बताया कि इस बार वृंदावन और बरसाना के कारीगरों द्वारा बनी गई बेहद मनमोहक पोशाक बाल गोपाल को पहनाई गई है। इतना ही नहीं बंगाल के कारीगरों द्वारा विशेष रूप से महकते फूलों द्वारा मंदिर परिसर को सजाया गया है। मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई भगवान श्री कृष्ण के बचपन की अठखेलियाँ दर्शाती मूर्तियां भी भक्तों का मन मोह लेती है। यह मंदिर स्थापत्य कला का बेहद सुंदर नमूना है। मंदिर के मुख्य द्वार की नकाशी भी बेहद सुंदर है।
बहादुरगढ़ के टेंपल के पुजारी चन्द्र चारु दास ने बताया कि वैसे तो प्रत्येक जन्माष्टमी बेहद खास होती है। लेकिन इस बार जन्माष्टमी अधिक मास के बाद आ रही है जो इसे और भी खास बना रही है। भगवान विष्णु ने धरती पर पाप के नाश के लिए कृष्ण रूप में अवतार लिया था। भगवान श्री कृष्ण ने अष्ठमी के दिन रोहिणी नक्षत्र में धरती पर जन्म लिया। इसलिए हर साल रोहिणी नक्षत्र और अष्ठमी के दिन जन्माष्ठमी मानयी जाती है। इस अवसर पर भगत श्री कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं और 56 भोग लगाये जाते हैं। उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी का त्यौहार मनाने के लिये पूरे हरियाणा से लोग मंदिर में पहुंच रहे हैं। मंदिरों में भक्त भगवान श्रीकृश्ण के भजनों पर झूम भी रहे हैं।
शहर के मुरली मनोहर मंदिर, राज राजेष्वरी मंदिर, देवी मंदिर के साथ मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण की मनोहर झांकिंया सजाई गई हैं। भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है कि जो उनके जन्म और कर्म के बारें में जान गया वो मोक्ष को प्राप्त करता है। भगवान कृष्ण ही सब कर्मों का मूल है। भगवान पूजा से प्रसन्न हो कर भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं।
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