चूली बागड़ियान में नाबालिग बहनों की रुकवाई शादी, बेरंग लौटी बारात

punjabkesari.in Friday, Jun 26, 2020 - 12:36 PM (IST)

मंडी आदमपुर : ग्रामीण क्षेत्र में वीरवार को 2 नाबालिग सगी बहनें बालिका वधु बनने से प्रशासन की सजगता से बच गई। बारात के चौखट पर पहुंचने के साथ जिला बाल विवाह निषेद्द अधिकारी कार्यालय सहायक और पुलिस मौके पर पहुंच गई। बाल विवाह रुकवाने के साथ ही बारातियों का नाच-गाना बंद हो गया और बारात को बेरंग लौटना पड़ा।   गांव चूली बागड़िबान में वीरवार दोपहर को 2 नाबालिग बहनों की शादी थी। किसी ने जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय में फोन करके सूचना दी कि दोनों बहनें नाबालिग है। इसके बाद हिसार से जिला संरक्षण कम बाल विवाह निषेध अधिकारी बबिता चौधरी, सहायक सिन मेहता पुलिस को साथ लेकर गांव पहुंचे।

शादी में जोधपुर से आई बारात शादी वाले पहुंच चुकू थी। समय पर प्रशासन की टीम घर पहुंची और किशोरियों के पिता से उनका आयु प्रमाण पत्र मांगा। दस्तावेज में एक किशोरी की उम्र 15 और दूसरी युवती की उम्र 17 साल से कम मिली। दोनों नाबालिग होने के चलते प्रशासन ने उनकी शादी को रुकवा दिया। लिखित युवती की उम्र 17 साल से कम मिली। दोनों नाबालिग होने के चलते प्रशासन ने उनकी शादी को रुकवा दिया। लिखित में कार्रवाई करते हुए पिता के बयान दर्ज किए। दोनों बहनों की भांति उनके होने वाले दूल्हे भी सगे भाई है।  

किशोरियों के पिता ने क्षमा मांगी और लिखित में दिया कि बेटियों की शादी बालिग होने पर करूंगा। लड़के वाले भी इस बात पर सहमत हो गए। गांवों में कुछ लोग अनलॉक -1 का फायदा उठा रहे है। शादी में कम लोग बुलाने के बहाने नाबालिग लड़कियों की शादी करवा रहे है। इससे पहले भी टीम ने 15 जून को महाबीर कालोनी हिसार 1 नाबालिग युवती और 17 जून को गांव सीसवाल में नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई थी। 

परिजनों ने लिखित में माफी मांगी
लड़कियों के परिजनों में जागरुकता का अभाव था। शिक्षित ने होने के कारण उन्हें पता नहीं था कि नाबालिग की शादी करना अपराध है औऱ 2 साल की सजा हो सकती है। शादी रुकवाने के बाद परिजनों ने लिखित में माफी मांगी है और भरोसा दिया है कि बालिग होने पर ही दोनों बहनों की शादी करेंगे। 


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Edited By

Manisha rana

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