अरब सागर में तैरेगा हरियाणा का यह दिव्यांग, अब तक जीत चुका है कई गोल्ड मेडल

punjabkesari.in Tuesday, Jul 25, 2017 - 06:05 PM (IST)

फतेहाबाद(रमेश भट्ट):मन में किसी काम को करने का हौसला हो तो कोई शारीरिक कमी भी आपके रास्ते में रुकावट नहीं बनती। ऐसे ही गांव भूथनकलां का सुरेंद्र ढाका जो दोनों पांव से अशक्त है, लेकिन तैराकी की बात करें तो उस जैसा तैराक कोई नहीं है। इसी हौसले के चलते वह इंटरनेशनल पैरा तैराक बन चुका हैं। वह अलग-अलग प्रदेश में कई गोल्ड मेडल जीत चुका है। इसी हौसले के साथ अब उसने अरब सागर में 36 किलोमीटर की दूरी पार करने की ठानी है। इस हौसले के साथ उसने तैयारियां शुरू कर दी है, लेकिन यह तैयारी किसी स्विमिंग पुल में नहीं बल्कि नहर में शुरू की है। सुरेंद्र के इस मुकाम को हासिल करने के हौसले के साथ गांव के ग्रामीण भी उसका साथ दे रहे हैं।
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गोरखपुर के काजल हेड से शुरू की ट्रेनिंग
सुरेंद्र ढाका ने गांव गोरखपुर के काजल हेड से अपनी ट्रेनिंग की शुरूआत की है। पहले दिन इंटरनेशनल पैरा तैराक सुरेंद्र का हौसला बढ़ाने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र सिवाच भी पहुंचे। जहां ग्रामीण उसकी ट्रेनिंग को शुरू करवाने के लिए नहर के पुल पर ले गए। इसके बाद सुरेंद्र ने नहर में छलांग लगाते हुए अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी। 
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ट्रेनिंग के पहले दिन की 10 किलोमीटर तैराकी
पहले दिन की ट्रेनिंग में तैराक सुरेंद्र ने दस किलोमीटर तक नहर में तैराकी की। लेकिन प्रति दिन वह 2-2 किलोमीटर बढ़ाते हुए तैराकी करेगा। जिससे वह 36 किलोमीटर से ज्यादा अपनी ट्रेनिंग में तैर सके और इसके बाद अरब सागर में 36 किलोमीटर की दूरी पार करने में उसके हौसले बुलंद कर सके। सुरेंद्र का कहना है कि अभी तक किसी ने भी इस मुकाम को हासिल नहीं किया। लेकिन वह इस मुकाम को जरूर हासिल करके दिखाएगा और अपने जिले-गांव का नाम रोशन करेगा। इस मुकाम को हासिल करने में 18 लाख रुपए लगेंगे। इससे यह भी दानी सज्जनों से अपील है कि वह सहयोग करें। 
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वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र सिवाच ने कहा कि अशक्त होकर भी तैराक सुरेंद्र के हौसले काफी बुलंद है। इंटरनेशनल तैराक भी रहा। कई गोल्ड मैडल जीते। अब अरब सागर में तैरने जा रहा है और अपना लक्ष्य पूरा करने जा रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि वह इतिहास रचकर जिले का नाम रोशन करें।
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अब तक 6 गोल्ड जीत चुके हैं सुरेंद्र
दो महीने नहर में तैराकी की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उनका प्रदेश स्तर पर ट्रायल होगा। गांव भूथनकलां निवासी सुरेंद्र ढाका ने कर्नाटक में हुई स्विमिंग प्रतियोगिता में दो गोल्ड, दो गोल्ड जयपुर में और 2 गोवा में हुई प्रतियोगिता में जीत चुके हैं। वहीं 2014 में एशिया में हुई इंटरनेशनल पैरा तैराकी में वह विजेता रह चुके हैं। दोनों पांव से अशक्त होने के बावजूद वह 4 साल से तैराकी कर रहे हैं।
 


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