कैमरे से सामने छलका सुरजेवाला का दर्द, कार्यकर्ताओं की पीड़ा लेकर पहुंचे दिल्ली, कहा - हमें खड़गे साहब पर पूरा विश्वास है

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2023 - 10:00 PM (IST)

नई दिल्ली : हरियाणा कांग्रेस में बीते कल से जिस तरह से जूतमपैजार देखने के मिल रही है, उससे तो एक बात साफ हो गई है कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है। भले ही सभी नेता इस गुटबाजी से इनकार करें, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल इतर है। चुनाव नजदीक आते ही पार्टी में संगठन बनाने को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने सभी 22 जिलों में परवेक्षकों को भेजने का फैसला किया, कि वे हर जिले में जाकर कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी करें। लेकिन लगभग हर जगह उन्हें SRK (कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी) गुट के विरोध का सामना करना पड़ा। वजह साफ है, ये गुट किसी भी सूरत में नहीं चाहता कि हुड्डा गुट को इस बार चुनाव में बढ़ावा मिले। इसी मामले पर आज सुरजेवाला का भी दर्द सामने आ गया और वे कुमारी सैलजा के साथ अपना दुखड़ा सुनाने पार्टी हाईकमान के पास दिल्ली पहुंच गए।

मीडिया से बात करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि “कांग्रेस के परिवार का हम पीढ़ी दर पीढ़ी हिस्सा हैं, और मेरा व सैलजा परिवार पार्टी का उतार चढ़ाव देखते आए हैं। विषम परिस्थियों में जब सब लोग पार्टी को छोड़कर चले गए तब हमने हरियाणा में कांग्रेस को जिंदा रखा। हम अपने कार्यकर्ताओं का दर्द, इनकी पीड़ा बताने पार्टी हाईकमान के पास आए हैं, कि किस तरह से प्रदेश में हमारे कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है। हमने अपनी बात पार्टी अध्यक्ष व संगठन महासचिव के सामने रखी है। एक ऐसा प्रांत जहां कांग्रेस जीत रही है, वहां कुछ लोग एक सोची समझी रणनीति के तहत बिखराहट पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं वो किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं हो सकता। बुरे से बुरे वक्त में हमने कांग्रेस की सेवा की है और सदा करेंगे। हमें खड़गे साहब पर पूरा विश्वास है”।

आगे उन्होंने कहा कि “राजीव जी ने अपने खून पसीने से हरियाणा को सींचा था। राहुल जी ने हरियाणा में सैकड़ों किलोमीटर पहयात्रा की, ये उनका हरियाणा के प्रति लगाव है। जब देश में किसान आत्महत्या कर रहा था तब सोनिया जी ने उसकी अलख जगाने का काम किया था। आज प्रदेश में कांग्रेस दर्द से कराह रही है, उनके निराकरण के लिए हम परिवार के मुखिया के पास आए हैं”।

गौरतलब है कि हरियाणा कांग्रेस के समक्ष चुनाव में भाजपा से बड़ी चुनौती आंतरिक गुटबाजी हो गई है। हलांकि अभी तक कांग्रेस नेताओं द्वारा हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी को आंतरिक लोकतंत्र बताया जा रहा था। बीते कुछ माह पहले दो हिस्सों बटी कांग्रेस को एक करने के लिए तात्कालीन हरियाणा कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को हटाकर दीपक बाबरिया को प्रभारी बनाया गया था, लेकिन पार्टी की अंदरूनी खींचतान में अब दीपक बाबरिया भी फंसते नजर आ रहे हैं। हालांकि अभी तक इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब देखने वाली बात ये है कि पार्टी हाईकमान इस पूरे मामले को किस तरह से सुलझाती है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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