सफाई कर्मचारियों के संग कमिश्नर ने किया लंच, सुख दुख भी किया सांझा(VIDEO)
punjabkesari.in Thursday, Jan 30, 2020 - 07:33 PM (IST)
यमुनानगर(सुमित): नगर निगम यमुनानगर के कमिश्नर ने एक अनूठी पहल की। उन्होंने निगम के सफाई कर्मचारियों के साथ लंच किया। इस दौरान उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर उनसे बातचीत की। इसके साथ ही उनके निजी जीवन के बारे में बातचीत कर उनके दुख सुख को सांझा किया। कमिश्नर की इस पहल से कर्मचारी काफी उत्साहित दिखें, उन्होंने इसकी जमकर सराहना की।
बता दें कि शहर को स्वच्छ बनाने में सफाई कर्मचारियों का अहम योगदान है। सफाई कर्मचारियों का निजी व व्यवसायिक जीवन खुशहाल बने और अधिकारियों के बीच अच्छे तालमेल रहे। इसी को लेकर नगर निगम कमिश्नर श्याम लाल पूनिया ने वार्ड नंबर एक से पांच तक के सफाई कर्मचारियों के साथ लंच किया। कमिश्नर ने खाना खाते खाते यहां सफाई कर्मचारियों की समस्याएं सुनी और उनसे शहर को स्वच्छ व सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर सुझाव मांगे।
कमिश्नर ने सभी कर्मचारियों के साथ गेट टू गेदर कर उनके निजी जीवन और परिवार के बारे में जानकारी ली। साथ ही नाइट स्वीपिंग, डोर टू डोर कूड़ा उठाने और सफाई के अन्य माध्यमों के बारे में विचार सांझा किया। इस दौरान सुअरों को शहर से बाहर निकालने पर कुछ सफाई कर्मचारियों ने डेयरियों की तरह सुअरों के लिए अलग से प्लॉट काटने का सुझाव दिया। इस पर कमिश्नर पूनिया ने सरकार के साथ विचार विमर्श करने की बात कहीं।
इस बारे नगर निगम कमिश्नर श्याम लाल पुनिया ने कहा कि आज वार्ड नंबर पांच तक के सफाई कर्मचारियों के साथ मुलाकात हुई। आगे भी कर्मचारियों के साथ मुलाकात होती रहेगी। ताकि हम अपने विचार को सांझा कर सकें। इसके अलावा नगर निगम की जो आने वाली स्कीम है, उनसे कैसे शहर को साफ सुथरा व स्वच्छ रखे। ताकि इसमें हम आगे बढ़ पाएं।
सफाई कर्मचारियों को निजी जीवन और व्यवसायिक जीवन में जो मुश्किलें है, उनका हम हल कर सकें। ताकि निगम और शहर का भला हो। इस दिशा में हमारी यह छोटी सी पहल है। हम उम्मीद करते है कि समस्त कर्मचारियों को इसमें सहयोग रहेगा। सभी सफाई कर्मचारियों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए हम पुरजोर कोशिश करेंगे। इसमें सभी लोगों का सहयोग आपेक्षित है।
वहीं पहली बार हुए इस तरह के लंच कार्यक्रम को लेकर सफाई कर्मचारी भी उत्साहित दिखे। उन्होंने इसकी जमकर सराहना की। कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लगा कि काम के साथ-साथ किसी अधिकारी ने हमारे बारे बात कर हमारी समस्याओं को सुना। जोकि सराहनीय कदम है।