साढौरा में रहा भारत बंद का पूरा असर, दुकानदारों से हुई झड़पें

punjabkesari.in Tuesday, Apr 03, 2018 - 09:28 AM (IST)

साढौरा(ब्यूरो): सुप्रीम कोर्ट द्वारा एस.सी./एस.टी. एक्ट में बदलाव के विरोध में बुलाए गए भारत बंद का साढौरा में पूरा असर देखने को मिला। सुबह से दलित समाज के लोग भारी संख्या में रविदासिया मोहल्ले में स्थित रविदास मंदिर प्रांगण में एकत्रित होने लगे थे। अम्बेडकर युवा मंच के प्रदेश प्रभारी सोहिल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एस.सी./एस.टी. एक्ट में बदलाव करना दलित समाज का अपमान है। कोर्ट के इस निर्णय से दलितों की भावनाएं आहत हुई हैं। 

केंद्र सरकार को इस मामले में अहम भूमिका निभानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को अपना यह निर्णय तुरन्त प्रभाव से वापस लेना चाहिए। इसके बाद दलित समाज के लोग जलूस की शक्ल में मुख्य बाजार से होते हुए वाल्मीकि बस्ती तक पहुंचे। रास्ते में दलित समाज के लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका। बाजार में दुकानें बंद करने को लेकर कुछ दुकानदारों की महिलाओं से नोक-झोंक भी हुई। 
 

वाल्मीकि बस्ती के समीप स्थित अम्बेडकर की मूर्ति पर आकर लोगो ने केंद्र सरकार के नाम बी.डी.पी.ओ. जोगेश कुमार को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बाजार पूरी तरह से बन्द रहा। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए थाना प्रभारी ओम प्रकाश पुलिस बल के साथ मुस्तेद थे। इनैलो नेता का हुआ विरोध अम्बेदकर युवा मंच प्रदेश प्रभारी सोहिल ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि कोई भी पार्टी पदाधिकारी इस कार्यक्रम में राजनीतिक भाषण न दे, न ही अपनी पार्टी के समर्थन की बात करे यह दलित समाज का प्रदर्शन है। 

इसके बावजूद इनैलो प्रदेश प्रवक्ता द्वारा अपने भाषण में अपनी पार्टी का समर्थन देने की बात पर लोग भड़क उठे। उन्होंने इनैलो नेता को भाषण देने से रोक दिया गया और इनैलो विरोधी नारेबाजी की। इस अवसर पर जितेंद्र मोहन, सुमित,कपूर सिंह, प्रेमचंद, महावीर, सोहन लाल, नवीन कुमार, जगदीश कुमार एवं आकाशदीप समेत भारी संख्या में समाज के लोग शामिल थे। 


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Rakhi Yadav

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