भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर साधा निशाना, बोले- जितना दौड़ते हैं, उतने ही कांग्रेसी पार्टी छोड़ते हैं
punjabkesari.in Thursday, Feb 29, 2024 - 06:14 PM (IST)
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने आज यहां कहा कि चुनाव समेत सियासत के लगभग हर मोर्चे पर बारंबार हारी हुई, जनता द्वारा उसकी गलत नीतियों के कारण सिरे से नकारी दी गई राहुल गांधी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कांग्रेस सब तरफ अपनी आखिरी सांसे गिन रही है। भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि कांग्रेस की राष्ट्र और राम विरोधी नीतियों ने उसके बचे - खुचे स्वाभिमानी नेताओं को पार्टी का दामन छोड़कर नए रास्ते अख्तियार करने के लिए मजबूर कर दिया है। अब लगने लगा है कि राहुल गांधी के रहते, उन्हीं की करतूतों के कारण, स्वर्गीय महात्मा गांधी का कांग्रेस को भंग करने का अधूरा सपना पूरा हो जाएगा।
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान राज्य सभा चुनाव में हिमाचल में कांग्रेस विधायकों द्वारा उनकी अपनी पार्टी के खिलाफ सरेआम मतदान करने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हर स्तर पर खलबली और उथल-पुथल का आलम है। गत दिवस कांग्रेस पार्टी के असम प्रदेश के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राणा गोस्वामी ने अपनी प्रधानी छोड़ते हुए कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया था। ऐसा करने वाले वह असम कांग्रेस के दूसरे कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसी महीने पार्टी के विधायक और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने भी कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था।
डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि 73 वर्ष की उम्र में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितनी भागदौड़ करते हैं, उतनी ही तीव्र गति से भारत और भारतीय जनता पार्टी का ग्राफ बढ़ता हुआ देखा जा सकता है। इसके ठीक विपरीत कांग्रेस के युवराज की गति जैसे जैसे बढ़ती है, वह उनकी पार्टी पर भारी पड़ती है। राहुल गांधी भारत जोड़ने के नाम पर देश में जितना दौड़ते हैं, कांग्रेस पार्टी को उतना ही अधिक नेता छोड़ते हैं।
भाजपा नेता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों महात्मा गांधी के सपने साकार करने में लगे हुए हैं। राहुल गांधी कांग्रेस को राजनीतिक कफन देकर इतिहास के पन्नों में उसे दफ़न करने में लगे हैं क्योंकि महात्मा गांधी ने अपने जीवन काल में कांग्रेस के लिए यही सपना देखा था। इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के राम-राज्य और ग्राम-स्वराज के सपने को अपनाकर ठोस काम करके दिखाया है।