अफीम का अादी था पाखंडी बाबा अमरपुरी, चाय में महिलाओं को नशा देकर करता था  दुष्कर्म

punjabkesari.in Friday, Jul 27, 2018 - 11:34 AM (IST)

टोहाना(पंकेस): बहुचर्चित ढोंगी बाबा बिल्लू उर्फ अमरपुरी की रिमांड अवधी गुरुवार को पूरी हो गई। गुरुवार शाम को बाबा को न्यायालय में पेश किया गया। उपपुलिस अधीक्षक ने बाबा के कई राज से पर्दा उठाया। डी.एस.पी. ने बताया कि दुष्कर्म करने से पहले बाबा नशे का सेवन करता था। इसी के चलते बाबा के आश्रम से अफीम और अवैध असलाह भी बरामद हुआ है। वहीं, न्यायालय में पेश करते समय जब बाबा के समक्ष मीडिया कर्मी पहुंचे तो बाबा एक ही बात कह रहा था कि उसने ऐसा कोई घिनौना कार्य नहीं किया। उसने संतोष नामक एक महिला से 16 लाख रुपए लेने थे। उसने रंजिशन उसकी गलत वीडियो बनाकर उसे फंसाने का कार्य किया। उससे पूछे जाने पर कि वह किस तरह उसकी वीडियो खुद तैयार करता था तो उसने बताया ऐसा उसने कभी नहीं किया, उसे ब्लैकमेल करने के लिए उक्त महिला द्वारा वीडियो बनाए गए थे। जब उसने पैसे की मांग की उसने यह मामला पुलिस के समक्ष रख दिया। 

डी.एस.पी. जोगिंद्र शर्मा ने बताया कि रिमांड के दौरान बाबा ने यह भी माना है कि वह अफीम खाने का आदी है और अफीम का नशा करके ही दुष्कर्म करता था। बिमला देवी की टीम द्वारा जब उससे अफीम पड़ी होने के बारे में गहनता से पूछा तो उसने बताया कि यह अफीम भी स्वर्ग आश्रम में छिपाकर रखी हुई है। जब भी जरूरत पड़ती थी वहां जाकर अफीम खाकर आता था। तलाशी लेने पर स्वर्ग आश्रम से 7 ग्राम अफीम बरामद हुई। पूर्व जुड़ी धाराओं के बीच एन.डी.पी.सी. एक्ट की धारा भी जोड़ दी गई। अफीम कम होने के कारण न्यायालय द्वारा रिमांड नहीं दिया गया। 

अपुष्ट सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि एक महिला की कनपटी पर पिस्तौल तानकर उससे दुष्कर्म किया गया था और 164 के बयान के  तहत अार्म्स एक्ट की धारा भी जोड़ दी गई थी। इसी तरह कई नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म करने के आरोप में पोक्सो एक्ट की धारा जोडऩे की भी जानकारी मिली है। जब इस बारे डी.एस.पी. से पूछा गया तो उन्होंने इस बात की जानकारी न होने की बात की तथा बताया कि एस.आई.टी. की टीम का गठन किया गया है। जिसका जिला डी.एस.पी. जगदीश काजला को प्र्रमुख बनाया गया है। उनकी टीम इस मामले से जुड़ी कई तारों को लेकर जांच में जुटी हुई है। रिपोर्ट आने के बाद अवगत करवा दिया जाएगा। 
 

7 दिनों के रिमांड में बाबा से क्या मिला 
डी.एस.पी. जोगिंद्र सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी से पिस्तौल के लाइसेंस बारे में गहनता से पूछताछ की गई। पहले तो बाबा ने यह बताया कि उसकी पिस्तौल का लाइसेंस पंजाब के गांव मलोट में छिपाकर रखा हुआ है। जब पुलिस वहां ले गई तो लाइसेंस न मिलने पर दोबारा से गहनता से पूछताछ की गई तब उसने बताया कि यह लाइसेंस उनके मकान के पास स्थित श्मशान घाट में छिपाकर रखा हुआ है, जहां से लाइसेंस बरामद हुआ। 


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Deepak Paul

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