यहां बर्बादी का मंजर देख नहीं रुक रहे किसानों के आंसू

punjabkesari.in Sunday, Jul 23, 2017 - 02:19 PM (IST)

जींद : जुलाना विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। आलम यह है कि जुलाना के खेतों में सैंकड़ों एकड़ में खड़ी फसल पर संकट मंडरा गया है। यदि खेतों में जमा बरसाती पानी की जल्द ही पानी की निकासी नहीं हुई तो सैंकड़ों एकड़ में खड़ी धान, कपास और अन्य फसल बर्बाद हो जाएगी। सबसे ज्यादा परेशान वह किसान हैं, जो जमीन को ठेके पर लिए हुए हैं। वह अपनी आंखों के सामने फसल को बर्बाद होते देखे रहे हैं लेकिन वह चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे किसानों के आंसू अब रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। किसानों के दर्द को समझते हुए जुलाना के विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने जींद के डी.सी. अमित खत्री को हालात से अवगत करवाते हुए जमा पानी की जल्द से जल्द निकासी करवाने के लिए कहा है।

जुलाना में वीरवार अलसुबह हुई तेज बरसात के बाद सैंकड़ों एकड़ में खड़ी फसल पानी से जलमग्न हो गई थी। कई गांव तो ऐसे हैं, जहां पर खेत एक तालाब के रूप में नजर आ रही है। जहां भी नजर जाती है, वहां केवल पानी ही पानी नजर आता है। पानी 1-2 फुट नहीं बल्कि 3-4 फुट खेतों में जमा हो गया है। खेतों में जमा बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से किसान भी चिंतित हो गए हैं। यदि जल्द ही खेतों में जमा बरसाती पानी की निकासी नहीं हुई तो किसानों की फसल पर संकट मंडरा सकता है।

इन गांवों की गलियों और खेतों में भरा पानी
डी.सी. को वास्तवितक स्थिति से अवगत करवाते हुए विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने कहा कि नंदगढ़ गांव के सरकारी स्कूल ओर खेतों में कई फुट तक जलभराव हो गया है। भैरोखेड़ा और ढिगाना के खेतों के अलावा गांव की गलियों में जलभराव हो गया है। लजवाना कलां और लजवाना खुर्द, फतेहगढ़, सिरसाखेड़ी, मेहरड़ा, अकालगढ़, करसोला, खरैंटी, नंदगढ़, ढिगाना आदि गांवों में खेतों, सरकारी इमारतों और रिहायशी इलाकों में जल भराव हो है। गतौली, करेला, झमोला, गढ़वाली और खेड़ा बख्ता के खेतों और रिहायशी इलाकों में कई फुट तक बरसाती पानी जमा है। जुलाना कस्बे के सरकारी स्कूल के अलावा कुछ गलियों में भारी जल भराव है। यदि जल्द ही पानी की निकासी नहीं हुई तो गांवों में बीमारी फैलाने की आशंका बन रही है।

नुक्सान के आंकलन और मुआवजे की मांग
विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने जींद के डी.सी. अमित खत्री के समक्ष कहा कि किसी वरिष्ठ अधिकारी को प्रति नियुक्ति देते हुए प्रभावित गांवों में हुए नुक्सान का आंकलन करवाया जाए और पीड़ित लोगों को यथाशीघ्र मुआवजा दिया जाए। डी.सी. अमित खत्री ने विधायक को आश्वासन दिया कि प्रशासन द्वारा पानी निकासी के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। किसानों की फसल को बचाने के लिए प्रशासन काम करेगा। सीमित समयावधि में प्रभावित गांवों से पानी की निकासी करवाई जाएगी। 


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