सीएम मनोहर लाल के प्रयासों से शिक्षा क्षेत्र में हुआ है आमूलचूल सुधार
punjabkesari.in Sunday, Sep 11, 2022 - 10:24 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखरधरणी): भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा देश का एक छोटा राज्य होने के बावजूद भी यहाँ से यूपीएससी, जेईई और एनईईटी पास करने वाले छात्रों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। युवा शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को पूरा करना चाहते है। यह सब मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में राज्य सरकार की दूरदर्शिता, नीतियों और उनके मार्गदर्शन से ही संभव हो पाया है।
प्रदेश में गरीब परिवारों के बच्चों को भी मिल रहा शिक्षा का अधिकार
आर्थिक रूप से कमजोर व जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को भी शिक्षा का समान अधिकार मिले और वे अपने जीवन में कामयाब बने। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा सुपर-100 कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मेधावी विद्यार्थियों का करियर बनाने के लिए यह एक अनूठा प्रयास है। इसके तहत आईआईटी व नीट की फ्री कोचिंग दी जाती है। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किया गया सुपर 100 कार्यक्रम न केवल होनहार छात्रों को अपने सपनों को प्राप्त करने में मदद कर रहा है। बल्कि उनके जैसे योग्य छात्रों में आशा की एक किरण भी जगी है कि वे भी अब अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
मेधावी छात्रों को फ्री कोचिंग दी जा रही है
सुपर-100 कार्यक्रम वर्ष 2018 में शुरू किया गया था। जिसके तहत रेवाड़ी और पंचकुला में केंद्र स्थापित किए गए थे। आईआईटी जैसे प्रमुख संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए सरकारी स्कूलों के वंचित मेधावी छात्रों को इन केंद्रों में कोचिंग दी जाती है। सरकारी स्कूल के छात्र जो कक्षा 10वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करते हैं। उन्हें लिखित परीक्षा और विशेष स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजरने के बाद जेईई और नीट परीक्षा के लिए विशेष कोचिंग दी जाती है। छात्रों के छात्रावास, भोजन और स्टेशनरी का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
हरियाणा में बना है शिक्षा का माहौल
एक समय पर हरियाणा में बच्चों का शिक्षा की और रुझान कम था और पर्ची - खर्ची के माध्यम से सरकारी नौकरियों में खेल चलता था। लेकिन वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा का एक माहौल तैयार करने का बेड़ा उठाया, ताकि बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा हो। पिछले लगभग 8 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई पारदर्शी भर्ती प्रणाली के परिणामस्वरूप शिक्षा के प्रति छात्रों की रुचि काफी बढ़ी है और सरकार की कार्यप्रणाली के प्रति भी उनका विश्वास बढ़ा है।
आज छात्रों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है, बल्कि उन्हें विशेष कोचिंग भी दी जा रही है ताकि वे देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में प्रवेश ले सकें। सरकार ने शिक्षा स्तर में सुधार की दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं, जिसके तहत बेटियों की शिक्षा पर भी विशेष जोर दिया गया है।
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