चुनाव के नतीजों पर भी कांग्रेस में कलह, कैप्टन अजय यादव ने कहा- मुझे टिकट मिलता तो आसान होती जीत

punjabkesari.in Thursday, Jun 06, 2024 - 05:13 PM (IST)

चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी):  लोकसभा के चुनाव परिणाम के बाद जहां बीजेपी आत्म मंथन में लगी है। वहीं, कांग्रेस में एक बार फिर से बयानबाजी शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव के परिणाम की आड़ में नेता अपने मन की टीस निकाल रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने हरियाणा की कईं लोकसभा सीटों पर मिली हार के लिए टिकट बंटवारे को जिम्मेदार ठहराया। गुरुग्राम सीट से राज बब्बर के अलावा भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार पर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया।

बीजेपी को आशा से विपरीत मिली सीट को लेकर कैप्टन अजय यादव ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से खुद का सब पर भारी पड़ने समेत मंगल सूत्र, मुसलमानों, राम मंदिर पर बुलडोजर चढ़ाने और मुजरा जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ही उन्हें भारी पड़ गया। 

'...तो आसान होती जीत'
गुरुग्राम सीट से राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारे जाने पर कैप्टन अजय यादव  कहा कि कम समय मिलने के बावजूद उन्होंने अच्छा चुनाव लड़ा। यदि उन्हें एक-दो महीने पहले ले आते तो परिणाम और बेहतर होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में जातीय समीकरण भी सही नहीं बैठ पाया। यदि गुरुग्राम से उन्हें और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से किरण चौधरी को टिकट दी होती तो जीत आसान हो जाती। हालांकि राव दान को लेकर भी उन्होंने अच्छा चुनाव लड़ने की बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष करनाल से उतारे गए उम्मीदवार को लेकर कैप्टन ने कहा कि वह बिल्कुल मुकाबला नहीं कर पाया।

2019 में लड़ा था लोकसभा चुनाव
बता दें कि कैप्टन अजय यादव रेवाड़ी से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। पूर्व की कांग्रेस सरकार में वह बिजली, कृषि और सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। 2019 में वह गुरुग्राम सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उस समय वह बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे राव इंद्रजीत के सामने हार गए थे। अब 2024 के चुनाव में कांग्रेस ने उनकी बजाए राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा था। हालांकि अपनी टिकट कटने पर कैप्टन ने प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं को इसका जिम्मेदार ठहराया था। 

टिकट वितरण में हुई हुड्डा की मनमर्जी !
चर्चा है कि इस बार के लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में पूरी तरह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मनमर्जी से ही टिकट वितरण हुआ था। हुड्डा ने अपनी पसंद के उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। हालांकि 2019 की तुलना में इस लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा। पिछले चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली कांग्रेस इस चुनाव में 5 सीट पर विजयी रही। खैर देखना होगा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद शुरू हुई ये बयानबाजी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को किस ओर ले जाएगी ?

 


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Content Writer

Isha

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