पूर्व कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा बोले- टिकट नहीं मिलने पर कोई नाराजगी नहीं, पार्टी की सेवा करता रहूंगा
punjabkesari.in Monday, Sep 30, 2024 - 11:52 AM (IST)
हरियाणा डेस्क. हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से कोई शिकायत नहीं है और वे पार्टी की सेवा करते रहेंगे। शर्मा को हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थिति मजबूत करने का श्रेय दिया जाता है और उन्हें पार्टी का "वट वृक्ष" कहा जाता है।
महेंद्रगढ़ से पांच बार विधायक और तीन बार राज्य मंत्री रह चुके रामबिलास शर्मा (74) ने बताया कि उन्होंने भाजपा की ओर से उनकी उम्मीदवारी को आखिरी समय तक टालने के कारण निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल किया। हालांकि, पार्टी ने उन्हें अपने आधिकारिक उम्मीदवार कंवर सिंह के समर्थन में नाम वापस लेने के लिए मना लिया।
शर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा- "मैंने पार्टी को पांच दशक से अधिक समय दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुझसे कहा था कि मुझे हरियाणा में रहकर पार्टी का आधार स्थापित करना है और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा। मेरे कई साथी राजनेताओं ने पार्टी बदल ली, लेकिन मैं हमेशा भाजपा में ही रहा हूं और आगे भी ऐसा करूंगा। मुझे टिकट न दिए जाने के पीछे पार्टी के कुछ कारण हो सकते हैं, लेकिन मुझे कोई शिकायत नहीं है।"
हालांकि, टिकट न मिलने के कारण वह दुखी थे और अपने समर्थकों के सामने भावुक भी हो गए। उनके समर्थकों ने उनसे निर्दलीय चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। इस महीने की शुरुआत में उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह भावुक नजर आ रहे थे और अपने आंसू नहीं रोक पाए थे।
शर्मा ने कहा, "भावुक होना स्वाभाविक था। मुझे हमेशा उनके समर्थन मिला है, लेकिन मैंने उनसे कहा कि जब मैं मरूंगा, तो भाजपा के झंडे के साथ ही जाऊंगा। पिछले कुछ वर्षों में पार्टी बदलने के कई मौके आए, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया और अब वे शांत रहना पसंद करेंगे।
शर्मा को विश्वास है कि भाजपा राज्य में तीसरी बार सरकार बनाएगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शर्मा से उनके आवास पर मुलाकात की और उनसे पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान में शामिल होने का आग्रह किया।
2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद शर्मा को मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा गया था, लेकिन मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री चुना गया और शर्मा शिक्षा मंत्री बने। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शर्मा का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी द्वारा उनके जैसे वरिष्ठ नेता को अपमानित करना गलत है।