ये है हरियाणा का सबसे पुराना और ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन, जानिए इसका पूरा इतिहास
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 07:48 PM (IST)

हरियाणा डेस्क : हरियाणा उत्तर भारत का एक मजबूत और सुविकसित रेलवे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जो प्रदेश की परिवहन व्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। यहां के रेलवे स्टेशन न केवल राज्य के अलग-अलग हिस्सों को आपस में जोड़ते हैं, बल्कि देश के बड़े शहरों तक पहुंच को भी आसान बनाते हैं। इससे यात्रियों को सुगम और तेज़ यात्रा का विकल्प मिलता है। इसलिए आज हम जानेंगे प्रदेश के सबसे पुराना रेलवे स्टेशन के बारे में।
हरियाणा का सबसे पुराना और ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन रेवाड़ी जंक्शन है, जिसकी नींव वर्ष 1873 में पड़ी थी। इसे उस समय राजपूताना स्टेट रेलवे ने तैयार किया और दिल्ली से रेवाड़ी तक मीटर गेज ट्रैक बिछाया गया। 1874 में रेवाड़ी से रेल लाइन अलवर और बांदीकुई तक पहुंचाई गई, जबकि 1875 में यह जयपुर और अजमेर तक जुड़ गई। इस विस्तार ने रेवाड़ी को उत्तर भारत के प्रमुख जंक्शनों में शामिल कर दिया।
औपनिवेशिक दौर (Colonial Period) में रेवाड़ी जंक्शन मीटर गेज ट्रेनों का अहम केंद्र रहा। यहां से दिल्ली, अजमेर, जोधपुर और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों के लिए सीधा संपर्क स्थापित हुआ, जिसने व्यापार और आवागमन को नई दिशा दी।
आजादी के बाद का दौर
स्वतंत्रता मिलने के बाद भी रेवाड़ी लंबे समय तक देश का सबसे बड़ा मीटर गेज जंक्शन बना रहा। यहां से चलने वाली ट्रेनों ने पूरे उत्तर भारत को जोड़ने का काम किया। 1990 के दशक में भारतीय रेल ने धीरे-धीरे मीटर गेज को ब्रॉड गेज में बदला। इस प्रक्रिया में रेवाड़ी भी शामिल हुआ और आज पूरी तरह ब्रॉड गेज नेटवर्क पर काम कर रहा है।
जंक्शन का वर्तमान महत्व
आज रेवाड़ी जंक्शन उत्तर पश्चिम रेलवे (जयपुर मंडल) का हिस्सा है और दिल्ली, जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे शहरों से सीधी कनेक्टिविटी देता है।
रेवाड़ी रेल संग्रहालय
रेवाड़ी जंक्शन की खास पहचान यहां का स्टिम लोको शेड है, जो देश का इकलौता सक्रिय भाप इंजन शेड है। यहां पुराने इंजन संरक्षित किए जाते हैं, जो रेलवे इतिहास में रुचि रखने वालों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र हैं।
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