व्यापारी आए सड़कों पर, मंडी गेहूं से अटी

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 08:28 AM (IST)

फतेहाबाद(ब्यूरो): सरकार द्वारा किसानों के सीधे खातों में फसल का पैसा ट्रांसफर करने से खफा अनाजमंडी के आढ़ती एक बार फिर भड़क गए और कामकाज छोड़कर अनाजमंडी की सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने दुकानें बंद कर दीं और एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरने का समर्थन देने के लिए विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया भी मौके पर पहुंचे और आढ़तियों को संबोधित किया।

आसपास के राज्यों की फसल की हरियाणा में बिकवाली को रोकने के लिए सरकार द्वारा सीधे किसानों के खातों में पेमैंट देने का जो निर्णय लिया गया था। अब वह सरकार के ही गले की फांस बनता नजर आ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार जब तक इस निर्णय को वापस नहीं लेगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष सरकार ने यह निर्णय लिया था कि खरीदी गई फसल की रकम व्यापारियों की बजाय सीधे किसानों के खातों में जाएगी। इसके लिए सिर्फ हरियाणा के ही किसानों का बी.सी.पी.ए. के पास रजिस्ट्रेशन होगा। जिससे बाहर से हरियाणा में बिकने हेतु आने वाली फसल पर रोक लगेगी मगर व्यापारियों के विरोध के बाद एक साल के लिए यह निर्णय रोक दिया गया था। 

शनिवार को जब यह नियम दोबारा शुरू किया गया तो व्यापारी उग्र हो गए और मंडी गेट पर ताला जड़कर धरना शुरू कर दिया। आज व्यापारियों ने व्यापार मंडल प्रधान के नेतृत्व में हड़ताल कर दी है। मुंजाल ने कहा कि इस निर्णय से न तो किसान खुश हैं, न ही व्यापारी। व्यापारियों की करोड़ों की लेनदारी किसानों की तरफ है, जो रुक जाएगी।

वहीं किसानों को भी इससे परेशानी इसलिए है क्योंकि व्यापारी उनके लिए ए.टी.एम. के समान होते हैं। दिन हो या रात जब भी किसानों को पैसों की जरूरत होती है तो वह व्यापारी के पास आकर पैसा ले सकता है। मगर इस निर्णय के बाद किसानों की यह सहूलियत खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय गलत है और इसके विरोध में प्रदेशस्तर पर हड़ताल चल रही है। इस दौरान मंडी के अनेक आढ़ती मौजूद थे।
 


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Rakhi Yadav

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